जमीन पर सूख गए पौधे, कागजों में छाई हरियाली

Jul 21, 2022
Source: https://www.jagran.com/

जमीन पर सूख गए पौधे, कागजों में छाई हरियाली

संसू, फूलपुर (प्रयागराज) : पौधे रोपने के मामले में क्षेत्र अव्वल है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। लगाने के कुछ दिन बाद ही देखरेख में अभाव में अधिकतर पौधे गायब हो जाते है। अधिकारियों की उदासीनता के चलते अधिकतर पौधे पनप ही नहीं पाते है, जो बचते भी है तो सुरक्षा के अभाव में मवेशी चट कर जाते है। महज 10 से 15 प्रतिशत पौधे ही बचते है। पिछले साल जहां भी पौधे रोपे गए थे इस समय वहां देखा जाए तो पौधे कम गड्ढे अधिक दिखते हैं।

वन विभाग, पंचायती राज विभाग और मनरेगा समेत 26 अन्य विभागों की ओर से प्रत्येक वर्ष लाखों पौधे लगाए जाते हैं। पौधे रोपने में विकास खंड फूलपुर ने जनपद के अन्य ब्लाकों को पीछे कर दिया है। विकास खंड में इस साल 126965 पौधे रोपित करने का लक्ष्य है, जिसमें मनरेगा, पंचायतीराज विभाग भी शामिल है। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 21-22 में 109010 पौधे लगाए गए थे। लक्ष्य के आधार पर प्रत्येक ग्राम सभा में दोनों वित्तीय वर्ष में 18 सौ पौधे रोपे गए है। इसी क्रम में बहरिया ब्लाक में हरियाली के नाम पर आज पांच प्रतिशत पौधे जीवित है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 142000 पौधे, 21-22 में 147000 पौधे और वर्तमान सत्र में 165300 पौधे लगाए जा रहे है। इसी क्रम में वन विभाग की ओर से इस बार पूरे क्षेत्र में 39026 पौधे और पिछले साल 57550 पौधे तीनों ब्लाक में रोपित किए गए। इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार पौधारोपण अभियान में पारदर्शिता लाने व उत्तरदायित्व निर्धारित करने के लिए तकनीक का सहरा ले रही है। इस बार पौधारोपण के लिए स्थल चयन से लेकर पौधे लगाने तक के काम का जियोटैगिंग की जा रही है। इससे पौधों को सुरक्षा होगी।

हरियाली के नाम पर लाखों खर्च, फिर भी नहीं बच सकी हरियाली

संसू, कोरांव : पौधारोपण अभियान के तहत गांवों मे लगाए जा रहे पौधे कागजों पर सिमट कर रह गए है। सुरक्षा व संरक्षा के प्रति सजगता न बरतने के कारण से बमुश्किल से हर जगह इक्का दुक्का पौधे ही नजर आते हैं। ज्यादातर पौधों को पशु रौंद देते है और जो बचते भी पानी के अभाव व उचित देखभाल न होने से सूख गए। गांवों में कुल दो लाख 30 हजार पौधारोपण किया गया। विकास खंड कोरांव के 15 ग्राम पंचायतों में वन विभाग की ओर से डेढ़ लाख पौधारोपण किया गया था, लेकिन पानी के अभाव मे सूख गए है। लेडियारी के अनुसार, गांव बहरैचा के नर्सरी में एक हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग की ओर पौधारोपण किया गया है, जिसमे औपचारिकता मात्र ही दिखाई पड़ रही है। ज्यादातर पौधे सूख चुके है। ग्राम प्रधान बहरैचा शंकर दयाल तिवारी ने बताया कि 60 हजार रुपये की लागत से पांच सौ पौधे लगाए गए। इसके देखभाल के लिए एक मजदूर रखा है। इसमे फलदार अमरूद, आम, नीबू, जामुन और छायादार बरगद, गूगल, शीशम, अर्जुन के वृक्षों को लगाया गया है । वहीं भगेशर गांव में कुल 1600 पौधारोपण किया गया, जिसमें भगतपुर माइनर व भगेशर माइनर पर लगें पौधे पूरी तरह से सूख चुके हैं। इसी प्रकार लेडियारी में नये तालाब व सड़क के किनारे लगवाएं गये पौधे पूरी तरह से सूख गए। खंड विकास अधिकारी मुकेश सिंह ने बताया कि शासन के मंशा के अनुरूप विकास खंड में कुल दो लाख तीस हजार पौधारोपण कार्य किया गया। बारिश न होने से काफी पौधे सूख

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