GST का मासिक संग्रह दो लाख करोड़ पर ले जाने का लक्ष्य, विभाग का ध्यान बिजनेस-टु-बिजनेस की ओर

Feb 25, 2021

राजीव कुमार, नई दिल्ली। उद्योग व व्यापार के विकास के लिए खजाना खोलने वाली सरकार अब जीएसटी कलेक्शन को भी बढ़ाने में जुट गई है। सरकार जीएसटी की मासिक वसूली दो लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है। जीएसटी का रिकॉर्ड संग्रह इस वर्ष जनवरी में 1.2 लाख करोड़ रुपये था। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) के मुताबिक यह स्तर छूने के लिए कई स्तर पर तैयारी चल रही है। 

सीबीआइसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जीएसटी संग्रह बढ़ाने के लिए फिलहाल विभाग का ध्यान बिजनेस-टु-बिजनेस (बी-टु-बी) की ओर अधिक है। उन्होंने बताया कि 10 फीसद बी-टु-बी सेग्मेंट से 80 फीसद से अधिक का जीएसटी संग्रह हो रहा है। विभाग बी-टु-बी संग्रह प्रणाली को और मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहा है। विभाग का मानना है कि छोटे कारोबारियों के माध्मय से जीएसटी संग्रह तभी बढ़ेगा जब पूरी तरह से डिजिटल भुगतान शुरू हो जाए। जीएसटी संग्रह में बढोतरी को ध्यान में रखते हुए बजट में भी कई नियमों की घोषणा की गई है जिसे अप्रैल से लागू किया जाएगा।सीबीआइसी सूत्रों के मुताबिक टैक्स के साथ होने वाले निर्यात को भी समाप्त किया जा रहा है। 

अभी निर्यातक टैक्स के साथ निर्यात करते हैं जो टैक्स उन्हें सीमा शुल्क विभाग की तरफ से रिफंड के रूप में मिल जाता है। नए वित्त वर्ष में निर्यातकों को टैक्स के बदले सिर्फ एक फॉर्म भरना होगा और उसे सत्यापित करना होगा। इससे सीमा शुल्क विभाग को रिफंड भी नहीं देना होगा और इस माध्यम से होने वाली गड़बड़ी पर भी रोक लगेगी।

ऑनलाइन दाम देख निपटा रहे मामले

पिछले कुछ दिनों से जीएसटी चोरी को रोकने के लिए सीबीआइसी की तरफ से सघन अभियान चलाया जा रहा है। बिना बिल के माल पकड़े जाने के मामलों का सीबीआइसी के अधिकारी मौके पर ही निपटान कर रहे हैं। इस काम में वे ऑनलाइन प्लेटफा‌र्म्स की मदद ले रहे हैं। हाल ही में अधिकारियों ने सौंदर्य प्रसाधन से जुड़ी एक कंपनी का बगैर बिल वाला माल पकड़ लिया। अधिकारियों ने माल की कीमत का आकलन करने के लिए एक ई-कॉमर्स वेबसाइट पर जाकर उसके दाम देखे और पूरे माल की कीमत का आकलन कर कंपनी को जुर्माने का बिल थमा दिया।

 

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