एपिडेमिक एक्ट की कार्रवाई बताई तब भर्ती हुई यूएसए से लौटी कोरोना संदिग्ध महिला

Mar 17, 2020

एपिडेमिक एक्ट की कार्रवाई बताई तब भर्ती हुई यूएसए से लौटी कोरोना संदिग्ध महिला

जानकारी छुपाई तो होगी सख्त कार्रवाई कोरोना वायरस का डर लोगों के दिल और दिमाग में बैठ गया है। सोमवार को राकेश मार्ग स्थित एक ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में यह डर साफ तौर पर देखने को मिला। दुबई से लौटी महिला को घूमते देख सोसायटी में हलचल मच गई। लोगों ने पुलिस को सोसायटी में बुला लिया। पुलिस ने महिला को अपने फ्लैट में रहने के लिए समझाया। सोसायटी की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों का आरोप है कि उन्होंने कोरोना को लेकर शुरू की गई स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन पर महिला के बारे में सूचना देने के लिए फोन किया था, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। सोसायटी के आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने बताया कि लोगों की आपत्ति पर महिला से एयरपोर्ट पर हुई मेडिकल जांच का प्रमाण मांगा, जो वह नहीं दिखा पाईं। आरोप है कि महिला को अपने फ्लैट में रहने की हिदायत दी गई। उसके बावजूद वह बेरोकटोक घूमती रहीं और उनके बच्चे पार्क में खेलते रहे। उन्होंने बताया कि महिला के न मानने पर स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन पर कॉल किया गया। वहां कॉल रिसीव नहीं की गई। इस कारण नासिरपुर पुलिस चौकी पर फोन किया गया। वहां से चौकी इंचार्ज विजय कुमार आए और उन्होंने महिला को घर में ही रहने के लिए समझाया। इस मामले में दुबई से लौटी महिला से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी मेडिकल जांच हुई थी। मेडिकल जांच के बाद जिस पर्ची पर टेस्ट का प्रमाण लिखा गया था, उसे पासपोर्ट चेक करते वक्त एयरपोर्ट अथॉरिटी स्टाफ ने रख लिया। उन्होंने सोसायटी के लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि वह दुबई से लौटने के बाद केवल एक बार ब्रेड लेने के लिए बाहर गई थीं। पूरे दिन अपने फ्लैट में ही रही हैं। बेवजह लोग कोरोना को लेकर हौवा बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कोरोना से जुड़े कोई लक्षण नहीं हैं। सोसायटी के लोगों का कहना था कि महिला चिकित्सीय रूप से सुरक्षित है यह सुनिश्चित होना चाहिए। दुबई से लौटी महिला को घूमते देख सोसायटी में मचा हंगामा शहर में बढ़ा वायरस का खौफ अमेरिका से आई एक कोरोना संदिग्ध महिला के सोमवार को संयुक्त अस्पताल संजयनगर में पहुंचने पर खूब हंगामा हुआ। चिकित्सकों ने उक्त महिला को सलाह दी कि वह भर्ती हो जाए लेकिन उसने एक नहीं सुनी। आनन-फानन में पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए। जब महिला को सख्ती से महामारी अधिनियम (एपिडेमिक एक्ट) के बारे में बताया गया तब जाकर वह भर्ती होने को राजी हुई। उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उधर, आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मोदीनगर के संदिग्ध की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सीएमओ के निर्देश पर उसे आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया है। सोमवार को संयुक्त अस्पताल में कोरोना के तीन संदिग्ध मरीज पहुंचे। इनमें एक इंडोनेशिया, एक दुबई और एक यूएसए से लौटे हैं। इंडोनेशिया और दुबई से लौटे लोगों ने संयुक्त अस्पताल में बनी हेल्प डेस्क पर संपर्क किया और अपनी ट्रैवल हिस्ट्री बताई। इसके बाद वहां मौजूद सीनियर फिजिशियन ने उनकी जांच की, जांच में दोनों में कोई लक्षण नहीं मिले। इसके बाद दोनों को 14 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। वहीं, यूएसए से लौटी महिला को बुखार और खांसी होने के कारण आइसोलेशन में भर्ती किया गया है। कानूनी कार्रवाई की चेतावनी के बाद उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने पर सहमति जताई। सीएमओ ने बताया कि एपिडेमिक एक्ट के तहत प्रशासन को अधिकार प्रदान किए गए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी इसमें भागीदार है। ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने, बीमारी छिपाने और बीमारी उजागर होने पर भी आइसोलेशन में भर्ती होने से इन्कार करने वाले के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। इसके लिए अस्पताल के डॉक्टर की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है। संदिग्ध बीमार को पुलिस बल की मौजूदगी में आइसोलेट किया जाएगा और उस पर कानूनी कार्रवाई होगी। नगर की एक कॉलोनी में सोमवार को कोरोना का एक संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम संदिग्ध को गाजियाबाद के संयुक्त जिला अस्पताल ले गई। जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। आसपास के कई लोग तो अपने घरों का ताला लगाकर भी चले गए। हालांकि चिकित्सकों के अनुसार एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिला था। इसके बाद भी एहतियातन उसे आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया है।
शनिवार की रात को विदेश से एक व्यक्ति नगर की एक कॉलोनी में अपने घर को लौटा था। उस समय उनकी हालत सामान्य थी। लेकिन विदेश से लौटने की सूचना के बाद से ही आस-पड़ोस के लोग एहतियात बरत रहे थे। सभी दिन-रात दोनों पर नजर लगाए हुए थे। सोमवार की सुबह अचानक व्यक्ति की हालत बिगड़ने लगी। यह पता चलते ही लोग घबरा गए और व्यक्ति को कोरोना से संक्रमित होने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस महकमा हरकत में आया और नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सूचना दी। साथ ही पुलिस की भारी टीम को कॉलोनी के बाहर तैनात किया गया। स्वास्थ्य केंद्र मोदीनगर के प्रभारी डॉ. कैलाश चंद ने सीएमओ गाजियाबाद को कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति के बारे में जानकारी दी। दोपहर करीब बारह बजे गाजियाबाद से एंबुलेंस कॉलोनी में पहुंची। कोरोना के संदिग्ध को संयुक्त जिला अस्पताल में ले जाती एंबुलेंस अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। लेकिन अपने यहां कोरोना की जांच के लिए सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए कोरोना के संदिग्ध को सीधे गाजियाबाद ही रेफर किया गया है। एहतियातन पर गाजियाबाद स्थित संयुक्त जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। जानकारी छुपाई तो होगी सख्त कार्रवाई कोरोना संबंधी जानकारी छुपाने पर अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में शासन स्तर से महामारी एक्ट लागू कर दिया गया है। इसके तहत पिछले 14 दिनों में कोरोना को लेकर हाई रिस्क देशों से लौटने वाले यदि अपनी ट्रैवल हिस्ट्री और बीमारी छुपाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि शासन स्तर से 14 मार्च को महामारी एक्ट के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इसके तहत कोरोना संबंधी जानकारी छुपाने और लोगों में बीमारी फैलने का कारण बनने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत दंड का प्रावधान है। कारोबारी के बेटे की हालत स्थित, जांच के लिए भेजा सैंपल जिला एमएमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कारोबारी के बेटे कोरोना पॉजिटिव मरीज का सोमवार को एक बार फिर से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। मरीज का उपचार कर रहे सीनियर फिजिशियन ने बताया कि मरीज की हालत स्थिर है और उसमें कोरोना का लक्षण नहीं है। मरीज ने अस्पताल प्रबंधन को जानकारी दी कि सफदरजंग अस्पताल में भर्ती उनके कारोबारी पिता कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। पिता से फोन पर हुई बातचीत में उन्हें यह पता चला। अब कारोबारी का एक और सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। यदि दूसरी बार भी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

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