टाइट जीन्स और ऑटोमैटिक कार में बनी ‘जानलेवा ड्राइव’

Nov 23, 2019

टाइट जीन्स और ऑटोमैटिक कार में बनी ‘जानलेवा ड्राइव’

नई दिल्ली

30 साल के सौरभ को लगातार आठ घंटे तक कार चलाना इतना महंगा पड़ा की जान पर आ गई। ऑटोमैटिक कार में टाइट जीन्स पहने सौरभ लगातार कार चला रहे थे। कार ऑटोमेटिक थी इसलिए उनके बाएं पैर का इस्तेमाल भी नहीं हो रहा था। घंटों पैर मुड़ा रहा और टाइट जींस की वजह से पैर में खून सही तरीके से नहीं पहुंच पा रहा था। इस वजह से ब्लड क्लॉट (थक्का) बन गया। बाएं पैर में दर्द होने लगा था, लेकिन शराब के नशे में उन्होंने इस दर्द को नजरअंदाज कर दिया। दो दिन बाद जब वह सीढ़ी चढ़कर ऑफिस पहुंचे तो बेहोश हो गए। मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां वह फिर बेहोश हो गया। यहां के डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत ब्लड क्लॉट खोलने की दवा दी और फिर 45 मिनट तक सीपीआर किया, तब जाकर उनकी सांस वापस आई।

ड्राइव बनी जानलेवा : कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन भामरी ने बताया कि सौरभ पल्मोनरी एम्बोलिज्म का शिकार हुए। इलाज के बाद हमें समझ में आया कि इस भयानक पल्मोनरी एम्बोलिज्म की वजह 8 घंटे लंबी ड्राइव थी। उनकी टांग अकड़ गई थी और उस दौरान हलचल बिल्कुल नहीं हुई। वहीं सौरभ ने टाइट जीन्स पहनी थी, जो खून का थक्का जमने की एक वजह हो सकती है। डॉक्टर ने कहा कि पल्मोनरी एम्बोलिज्म एक जानलेवा समस्या है और इसके 50 प्रतिशत मामलों में दिल का दौरा पड़ता है।

पूरा शरीर नीला पड़ गया था:

नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. योगेश कुमार छाबड़ा ने बताया कि जब उन्हें यहां लाया गया था, उस समय उनका पल्स 10-12 प्रति मिनट था और बीपी रिकॉर्ड नहीं हो रहा था। पूरा शरीर नीला पड़ गया था। इमरजेंसी में कार्डियोलॉजी टीम ने 45 मिनट तक सीपीआर देकर उसकी जान बचाई। 24 घंटों में उनका बीपी स्थिर हो गया। लेकिन उन्हें टॉइलट बिल्कुल नहीं आ रहा था। लंबे समय तक बीपी बहुत कम होने की वजह से उनकी किडनी ने सही से काम करना बंद कर दिया था। उनकी तुरंत कंटिन्युअल रीनल रिप्लेसमेंट थैरेपी (सीआरआरटी) शुरू की गई। यह 24 घंटे जारी रहने वाला डायलेसिस है।

बैठे रहें तो भी पैर हिलाते रहें :

डॉ. देवेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अगर बैठे रहते हैं तो भी अपना पैर हिलाते रहें, इससे ब्लड सर्कुलेशन बना रहता है। उन्होंने कहा कि आपका दिल आपके पैर में है, क्योंकि यहां जो ब्लड क्लॉट बनता है वह हार्ट तक पहुंच जाता है। इसलिए पैर के दर्द को भी इग्नोर नहीं करें। यह हार्ट की वजह से भी हो सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि लंबे समय तक बैठें नहीं रहें, यह कई तरह से नुकसान दायक है।

मौत को देखकर वापस लौटा हूं :

सौरभ ने कहा कि मुझे कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन उस दिन जो हुआ वह ऐसा था कि मौत को देखकर वापस आया हूं। जब मैं कार चला रहा था, उसी समय दर्द शुरू हुआ, लेकिन मैंने इग्नोर कर दिया। अगर उस समय यह समझ में आ जाता कि मेरी लाइफ स्टाइल के साथ-साथ मेरा पहनावा और लंबी ड्राइव इसकी वजह है तो मैं कभी नहीं करता।

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