डाउन हुए नियम, कई सड़कें लॉक

Apr 21, 2020

डाउन हुए नियम, कई सड़कें लॉक

लॉकडाउन में प्रभावित हो रहे कामकाज को पटरी पर लाने के लिए 33 फीसद केंद्रीय कर्मियों को काम की छूट देना राजधानी के लिए मुसीबत का सबब बन गया। दरअसल नियमों में राहत मिलते ही विभागों ने मनमाने तरीके से कर्मचारियों को बुला लिया। नतीजतन बड़ी संख्या में वाहन बाहर निकलने से राजधानी की कई सड़कों पर जाम (लॉक) लग गया। गृह मंत्रलय के निर्देशानुसार केंद्रीय कर्मचारियों को आइ कार्ड दिखाकर कार्यालय आने-जाने की छूट दी गई है। छूट की आड़ में बड़ी संख्या में ऐसे कर्मचारी भी सड़कों पर निकल पड़े, जिनकी ड्यूटी ही नहीं लगी थी। पूरी दिल्ली में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए जगह-जगह पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड पर चेकिंग की वजह से शाम को इंद्रप्रस्थ से एनएच-9 पर जाने वाले मार्ग, विकास मार्ग, आइटीओ आदि सभी इलाकों में कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इससे लॉकडाउन का पालन कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया। आने वाले दिनों में पुलिस के लिए यह चुनौती और बड़ी होने वाली है। यही नहीं बैरिकेड पर हर वाहन की चेकिंग करना पुलिस के लिए संभव नहीं होगा, ऐसे में लोग इस छूट का फायदा उठाकर मनमानी जगहों पर भी पहुंचने में सफल हो सकते हैं। ऐसे में कोरोना के संक्रमण पर काबू पाने के सरकारी मंसूबों पर पानी फिर सकता है। पटियाला हाउस कोर्ट के पास स्थित एक कार्यालय के कर्मचारियों को आने-जाने के लिए ब्लू लाइन बस की सुविधा दी गई। इसमें शारीरिक दूरी का नियम टूटता हुआ दिखाई दिया। सोमवार शाम को रिंग रोड पर इंद्रप्रस्थ पार्क के पास से एनएच -9 को जाने वाले मार्ग पर लगा यातायात जाम पारस कुमार संक्रमण में वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी ने गाजियाबाद व दिल्ली के बीच आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अब सिर्फ आवश्यक वाहन व वैध पास वाले वाहन ही दिल्ली-गाजियाबाद के बीच आवागमन कर सकेंगे। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी की रिपोर्ट से पता चला कि 20 अप्रैल को छह लोग पॉजिटिव मिले। ये सभी दिल्ली में रहने वालों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए। ऐसे में दिल्ली के लोगों से गाजियाबाद के लोगों में कोरोना फैलने की प्रबल आशंका है। इसके चलते गाजियाबाद व दिल्ली के बीच चलने वाले वाहनों व आवागमन को पूरी तरह से बंद कर दिया है। सख्त नियमों के साथ ही मिले छूट वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि 33 फीसद केंद्रीय कर्मियों को काम पर लौटने के निर्देश हैं। लेकिन, इसके लिए आधार क्या होगा यह तय नहीं है। अधिकतर विभागों ने मर्जी से 50-50 फीसद कर्मचारियों को ए और बी श्रेणी में बांट दिया। ए श्रेणी के 50 फीसद कर्मियों को बुलाने की वजह से सोमवार को जाम लगा।

यह भी पढ़े-

प्लाज्मा थेरेपी से ठीक हुआ कोरोना का पहला मरीज http://uvindianews.com/news/coronas-first-patient-recovered-from-plasma-therapy

आपकी राय !

अग्निवीर योजना से कितने युवा खुश... और कितने नहीं वोट करे और कमेंट में हमे वजह बातए ? #agniveer #agniveeryojana #opinionpoll

मौसम