Earthquake In Himachal: पर्यटन नगरी मनाली में 4.3 तीव्रता का भूकंप, पर्वतीय इलाकों में बढ़ा एवलांच का खतरा

Oct 26, 2021
Source: https://www.jagran.com/

मनाली, एएनआइ/जागरण संवाददाता। Earthquake In Himachal, हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्‍थल मनाली में सुबह भूकंप का तेज झटका महसूस हुआ। मंगलवार तड़के भूकंप के झटके से लोग सहम गए। रिक्‍टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है। भूकंप की तीव्रता काफी तेज थी, इस कारण अधिकतर लोगों ने झटके महसूस किए। लाहुल-स्‍पीति व मंडी में भी झटके महसूस किए गए। अभी तक नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। एसडीएम मनाली डाक्‍टर सुरेंद्र ठाकुर का कहना है फ‍िलहाल भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। लेकिन फ‍ील्‍ड स्‍टाफ को अलर्ट किया गया है कि वे अपने क्षेत्र में पता करें कहीं कोई नुकसान तो नहीं हुआ है। प्रदेश में दो दिन के भीतर तीसरी बार हिमाचल की धरती हिली है। सोमवार को शिमला और इससे पहले चंबा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

लाहुल स्‍पीति में भी भूकंप के झटके महसूस होने से खतरा बढ़ गया है। यहां हिमस्‍खलन होने की आशंका बढ़ गई है। हाल ही में लाहुल स्‍पीति में दो से तीन फीट तक हिमपात हुआ है। वहीं, पहाडि़यों पर इससे भी ज्‍यादा बर्फबारी हुई है, भूकंप से हुई हरकत के बाद एवलांच आने का खतरा बढ़ गया है।

प्रशासन ने भी लोगों को अलर्ट कर दिया है। पर्वतीय इलाकों का रुख न करने को लेकर आगाह किया है। पर्यटकों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है कि ऊंचाई वाले व एवलांच संभावित क्षेत्र का रुख न करें। भूकंप के बाद हुई हरकत के कारण कभी भी बर्फ के पहाड़ दरक सकते हैं। अकसर देखा जाता है कि एवलांच आने पर बर्फ एक साथ कई सौ मीटर तक के क्षेत्र को तबाह कर देती है। पहाड़ से जब बर्फ फ‍िसलना शुरू होती है तो अपने साथ पेड़ पौधों को भी चपेट में ले लेती है। तेज रफ्तार से नीचे की ओर आ रही बर्फ कई बार जानी नुकसान भी करती है।

शिमला में भूकंप के झटके

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.1 मापी की गई। भूकंप का केंद्र शिमला में जमीन के पांच किलोमीटर नीचे था और ये भूकंप के झटके सोमवार 25 अक्टूबर को सुबह 4.08 बजे आए। इससे पहले चंबा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता 3.2 के करीब थी।

आपकी राय !

Gujaraat में अबकी बार किसकी सरकार?

मौसम