World Patient Safety Day 2021: जानें कब और क्यों हुई थी इस दिन की शुरुआत और इस बार का थीम
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WHO के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार विकासशील देशों में हर 10 में से एक मरीज को अस्पताल देखभाल की सुविधा प्राप्त करने के दौरान नुकसान होता है। इस नुकसान की वजहें लापरवाही और कई बार सिचुएशन आउट ऑफ कंट्रोल होती हैं। हर साल 17 सितंबर को विश्व मरीज सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। जिसका मकसद स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना, इसके बारे में लोगों को जागरूक करना और सही सुविधा न हो पाने की वजह से मृत्यु दर और विकलांगता को कम करना है।
विश्व मरीज सुरक्षा दिवस का इतिहास
72वीं विश्व स्वास्थ्य सभा ने मई 2019 में “रोगी सुरक्षा पर वैश्विक कार्रवाई” पर संकल्प WHA72.6 को अपनाने के साथ विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाने की घोषणा की थी।
विश्व मरीज सुरक्षा दिवस की थीम
इस बार विश्व मरीज सुरक्षा दिवस की थीम हैः सुरक्षित मातृत्व और नवजात शिशु की देखभाल (Safe maternity and newborn care) यानी मां और बच्चे की सुरक्षा और देखभाल।
WHO के आंकड़ों के अनुसार, रोजाना लगभग 810 महिलाओं की मृत्यु गर्भावस्था और प्रसव से जुड़े समस्याओं की वजहों से होती है। सिर्फ महिलाएं ही नहीं ऐसी सिचुएशन में बच्चे की जान भी चली जाती है। लगभग 6700 शिशुओं की मृत्यु रोजाना होती है, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चों में होने वाली सभी मौतों का 47 प्रतिशत है। जानकर आश्चर्य होगा कि हर साल तकरीबन 2 मिलियन बच्चे मृत ही पैदा होते हैं, जिनमें से 40% से ज्यादा प्रसव के दौरान जिंदगी गंवा देते हैं। जो कई बार मरीज के खराब स्वास्थ्य तो कई बार स्वास्थ्य सेवाओं की उचित व्यवस्था न हो पाने की वजह से भी होते हैं।
विश्व मरीज सुरक्षा दिवस 2021 का उद्देश्य
इस दिन को मनाने का उद्देश्य डिलीवरी और उस दौरान महिलाओं और नवजात बच्चों को होने वाले खतरे को कम करना है, साथ ही हॉस्पिटल्स में मरीजों के लिए जरूरी सभी सेवाएं प्रदान करने पर जोर देना है।