‘लॉ आॅफ लेबर' एडवाइजर एसोसिएशन ने गाजियाबाद को भविष्य निधि कार्यालय मेरठ से स्थानांतरित कर नॉएडा से जोड़ने की मांग की

Feb 16, 2019

"लॉ आॅफ लेबर" एडवाइजर एसोसिएशन ने गाजियाबाद को भविष्य निधि कार्यालय मेरठ से स्थानांतरित कर नॉएडा से जोड़ने की मांग की

गाजियाबाद को भविष्य निधि कार्यालय-मेरठ से पृृथक कर भविष्य निधि कार्यालय-नोएडा से जोड़े जाने को लेकर ‘लॉ आॅफ लेबर' एडवाइजर्स एसोसिएशन (उ.प्र.) द्वारा एक पत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा गया। प्रतिलिपि केन्द्रीय भविष्य निधि आयुक्त तथा श्रममंत्री संतोष गंगवार को भेजी गयी। जिसमें एसोसिएशन द्वारा गाजियाबाद को भविष्य निधि कार्यालय मेरठ से स्थानान्तरित कर नोएडा कार्यालय से जोड़ने की मांग की गई। पूर्व में एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ने इस सम्बन्ध में केन्द्रीय भविष्य निधि आयुक्त को भी जञापन दिया था।

‘लॉ आॅफ लेबर' एडवाइजर्स एसोसिएशन की इस मुहिम में गाजियाबाद इंडिस्ट्रीज फेडेरशन के अध्यक्ष अरूण शर्मा, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष सलभ गुप्ता, इंडस्ट्रियल एरिया मैन्यूफैक्चिरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश कुमार सिंघल सोमान्शु चावला, भारतीय ट्रेड यूनियन्स केन्द्र के महासचिव जेपी शुक्ला, राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के मंत्री लीलाधर शर्मा, मोहन मिकिन लि0 मजदूर सभा के महासचिव तथा हिन्द मजदूर सभा गाजियाबाद के सचिव कर्मपाल, कविनगर इंडस्ट्रीयल एरिया मैन्यूफैक्चिरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि ठुकराल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष अशोक जिन्दल तथा मेरठ रोड़ इंडस्ट्रीयल एरिया एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कपूर सहित आदि संगठनों ने मेरठ भविष्य निधि कार्यालय को मेरठ से प्रथक कर नोएडा भविष्य निधि कार्यालय से जोड़ने की मांग को लेकर केन्द्रीय भविष्य निधि नई दिल्ली, केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री रिट. जर्नल वीके. सिंह तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पत्र लिखे हैं।

एसोसिएशन द्वारा प्रेषित पत्र में गाजियाबाद जिले के नियोक्ताओं एवं श्रमिकों की भविष्य निधि से सम्बन्धित समस्याओं को दर्शाया गया है। अक्सर गाजियाबाद जिले के नियोक्ताओं एवं श्रमिकों को अपने किसी भी भविष्य निधि से सम्बन्धित कार्य के लिए मेरठ जाना पड़ता है।

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जिसमें उनका पूरा दिन खराब हो जाता है तथा उनका कार्य बाधित होता है वो अलग और मेरठ जाने के लिए उन्हें अवकाश लेना पड़ता है जिसका पैसा कटता है। फिर भी यह गारंटी नहीं होती है कि उनका काम एक ही चक्कर लगाने से हो जायेगा। क्योंकि कई बार बाबू महीनों चक्कर लगवाने के बाद भी काम नहीं करते हैं। जिसका खामियाजा नियोक्ताओं एवं श्रमिकों को उठाना पड़ता है। मेरठ की गाजियाबाद से दूरी लगभग 65 किमी. है, वहीं नोएडा की दूरी मात्र 10 से 12 किमी.। यदि भविष्य निधि कार्यालय मेरठ से स्थानांतरित होकर नोएडा भविष्य निधि कार्यालय से जुड़ जाता है तो, गाजियाबाद जिले के नियोक्ताओं एवं श्रमिकों को सुविधा होगी तथा उनका समय और पैसे की भी बचत होगी।

प्रतिनिधिमण्डल खाद्य्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग से भी मुलाकात कर ज्ञापन दे चुका है तथा खाद्य्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने श्रममंत्री संतोष गंगवार को पत्र लिखकर इस बाबत अनुरोध भी किया है। वहीं केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह ने भी संतोष गंगवार को इस संबंध में अतिशीघ्र कार्यवाही करने के लिए पत्र लिखा है।

इस आंदोलन की बागडोर लेबर लाॅ एडवाइजर्स एसेसिएशन (उ.प्र.) के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ने संभाल रखी है। उन्होंने कहा है कि इस वजह से नियोक्ताओं के साथ श्रमिकों का भी समय बर्बाद होता है एवं फिर भी उनका कार्य नहीं हो पाता है। गाजियाबाद के नियोक्ताओं और श्रमिकों की समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए गाजियाबाद जिले को मेरठ भविष्य निधि कार्यालय से पृथक कर नोएडा भविष्य निधि कार्यालय से जुड़ने पर दोनों का ही समय और पैसा बचेगा तथा दूरी भी कम होगी जिससे नियोक्ता और श्रमिकों दोनों को राहत मिलेगी।

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