वापस लिए जाएंगे जिले में 300 व्यापारियों पर दर्ज महामारी एक्ट के केस
Source: livehindustan.com
सरकार ने व्यापारियों पर दर्ज किए महामारी एक्ट के मुकदमों को वापस का
फरमान सुनाया है। इसका जिले के करीब 300 व्यापारियों को फायदा मिलेगा,
जिन्हें अब कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं लगाने होंगे। दरअसल लॉकडाउन और
अनलॉक के वक्त जिले के अलग अलग थानों में करीब 55 केस दर्ज हुए थे।
गुरुवार को सरकार के निर्णय से व्यापारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
बतातें चलें कि सरकार ने व्यापारियों पर महामारी एक्ट की धाराओं में दर्ज
किए गए सभी केस को वापस लेने का निर्णय लिया है। काफी समय से व्यापारी
संगठन मुकदमों को वापस लेने की मांग कर रहे थे, जिसे आखिरकार सरकार ने
मान लिया।
अपने जनपद में भी करीब 300 व्यापारियों को इसका लाभ मिलेगा।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के वक्त दुकान खोलने, गाइड लाइन का पालन नहीं करने
के आरोपों में दुकानदारों और व्यापारियों पर केस दर्ज किए गए थे। अधिकांश
केस अनलॉक के वक्त दर्ज हुए। क्योंकि अनलॉक में यह तय किया गया था कि कौन
दुकान किस दिन खुलेगी और कौन सी नहीं। ऐसे में दुकानदारों में भ्रम की
स्थिति भी रही। बिजनौर शहर की सब्जी मंडी में तीन दुकानें खुली पाई गई
थी, जिनके खिलाफ केस दर्ज हुए। उधर अलग अलग जगहों पर भी कोविड पर जारी
गाइड लाइन का पालन नहीं करने और महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप
में दुकानदारों पर केस दर्ज हुए। अलग अलग थानों में करीब 55 केस दर्ज हुए
थे। जिन्हें 300 व्यापारियों को आरोपी बनाया गया। अब व्यापारियों को
कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने की चिंता सता रही थी लकिन, सरकार ने उन्हें
राहत दे दी है।
व्यापार मंडल पहले से मांग कर रहा था कि व्यापारियों पर महामारी एक्ट के
केस को वापस लिया जाए। जिसे सरकार ने मान लिया है। इसके लिए सरकार का
हार्दिक धन्यवाद। गाइडलाइन का उल्लंघन करने की व्यापारियों की कोई मंशा
नहीं थी, उन्होंने सेवा के मकसद से दुकान खोली थी न कि व्यापार के उदेश्य
से। अब जिले में करीब 300 व्यापारियों को लाभ मिलेगा।
....मनोज कुच्छल, अध्यक्ष व्यापार मंडल
शासन के निर्देश पर मुकदमों को वापस लिया जाएगा। महामारी एक्ट और
गाइडलाइन के उल्लंघन के आरोप में व्यापारियों पर दर्ज हुए केस के बारे
में सभी थानों से जानकारी जुटाई जा रही है। सरकार की मंशा के अनुरुप
इन्हें वापस लेने की कार्रवाई जल्द ही शुरु होगी।
....डा. धर्मवीर सिंह, एसपी