सावधान ! डरने पर कुत्ते और बंदर सूंघ लेते हैं बदलने वाले हार्मोन की गंध, कर देते हैं हमला
Source: https://www.jagran.com
बरेली, जागरण संवाददाता। Bareilly Monkey Attack Case Expert Advice : बंदर, कुत्ता आ अन्य जानवर को देखकर एकदम से डरना नहीं चाहिए, आपका यह डर बंदरों और कुत्तों को आप पर हमला करने के लिए प्रेरित करता है। जानवरों को देखकर जब बच्चे या वयस्क कोई डर जाता है, उसके शरीर से हार्मोन बदलने लगते हैं।
हार्मोन में होने वाले परिवर्तन को कुत्ते और बंदर सूंघ लेते हैं, जिससे उन्हें पता चल जाता है कि सामने वाला व्यक्ति डर गया है और वे हमला कर देते हैं। यह कहना है भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डा. अभिजीत पावड़े।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. पावड़े का कहना है कि बंदर और कुत्तों समेत अन्य जानवर लोगों के डरने पर बाडी लैंग्वेज में परिर्वतन भी समझ लेते हैं। इसके बाद वह तुरंत ही हमला कर देते हैं। वहीं, पहले से डरा व्यक्ति उनका विरोध भी नहीं कर पाता है। डा. पावड़े कहते हैं कि बंदर शाकाहरी भी नहीं होते हैं।
बंदर चिकन, मटन आदि के पकौड़े, उबले अंडे, आमलेट या बिरयानी भी खा लेते हैं। अब बंदरों को खाना नहीं मिल पाता है तो वे आक्रामक होकर हमला कर देते हैं। बच्चों के पास टाफी, बिस्कुट, फ्रूटी, चिप्स या खाने की अन्य वस्तुएं होती हैं, जिन्हें देखकर बंदर अक्सर उन्हें छीनते हैं, इसका विरोध करने पर बंदर उन पर हमला करके घायल कर देते हैं। पहले बंदरों के लिए पेड़ों पर फल पर्याप्त होते थे, लेकिन अब उनको पर्याप्त खाना नहीं मिल पाता है।