6 साल बाद कागज उत्पादन के लिए तैयार हुई नेपा मिल, कुछ दिन चलेगा ट्रायल फिर कमर्शियल प्रोडक्शन की तैयारी
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केंद्र सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के इस उपक्रम को दोबारा खड़ा होने में 6 साल का लंबा अरसा लगा। तब से यहां उत्पादन बंद था। शनिवार शाम यहां पेपर मशीन का सफल ट्रायल हुआ। जैसे ही आधुनिक तकनीक से विकसित पेपर मशीन ने कागज उगले अफसर, कर्मचारियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह ट्रायल अभी कुछ दिन और चलेगा। आने वाले दिनों में केमिकल, अच्छी क्वालिटी का रॉ मटेरियल एकत्रित कर कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा। मिल के रिनोवेशन पर करीब 469 करोड़ खर्च हुए।
1981 तक देश की एकमात्र अखबारी कागज उत्पादन इकाई के रूप में कार्यरत नेपा मिल में पहली बार सन् 1956 अमेरिका से मशीन आई थी। 1995 में गुलाबी समाचार पत्र बाजार में पेश करने का रिकार्ड भी नेपा मिल के नाम दर्ज है। मिल अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सौरभ देब के मुताबिक आरएमडीपी योजना के तहत मिल की सभी इकाईयों का रिनोवेशन पूरा करा लिया गया था। शनिवार को पहली बार पेपर मशीन का ट्रायल हुआ।
नेपा मिल कागज उत्पादन के लिए तैयार हो गई है। परंतु अभी कुछ समय ट्रायल किया जाएगा। यहां आने वाले कुछ समय में उच्च गुणवत्ता के लेखन, मुद्रण पेपर के साथ-साथ अखबारी कागज की उत्पादन क्षमता लगभग एक लाख टीपीए (टन पर अनम) तक हो जाएगी। शुरुआत में मिल में कागज उत्पादन वनोपज (सलाई की लकड़ी, बांस) पर आधारित था। अब रद्दी पेपर को री-साइकलिंग कर कागज बनेगा। 2015-16 से मिल में उत्पादन बंद था। देश विदेश की छह से अधिक बड़ी कंपनियां यहां काम कर रही है।
यह यूनिट पहले हो चुकी तैयार
डी-इंकिंग प्लांट, दो पेपर मशीन में से एक तैयार, 12.27 क्षमता के पावर प्लांट का रिनोवेशन, ईटी प्लांट आदि का काम काफी समय पहले पूरा हो गया। मिल के चालू होने में कोविड-19 महामारी बाधक बनी। वहीं, इससे प्रदेश के प्रिंट मीडिया को बड़ा लाभ होगा। पहले भी यहां से प्रदेशभर के मीडिया संस्थान अखबारी कागज खरीदते थे।
कागज उत्पादन का प्रयास पूर्ण रूप से सफल रहा
अध्यक्ष सह प्रधंक निदेषक नेपा मिल सौरभ देब का कहना है कि 12 फरवरी को परीक्षण के दौर में अखबारी कागज के उत्पादन का प्रथम प्रयास पूर्ण रूप से सफल रहा। जल्द ही हम पुनः पूर्व गौरव की ओर अग्रसर होंगे। उत्पादन प्रारंभ होने से हर्ष का माहौल है। मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि मैं एक ऐसी टीम का सदस्य हूं जिन्होंने अपने जज्बे और काबिलियत पर यकीन कर सफलता प्राप्त की। शीघ्र हम परीक्षण के दौर को समाप्त करते हुए कागज उत्पादन कर अपने पूर्व गौरव को प्राप्त करेंगे।