Budget 2024 : जानिए देश का बजट पेश करने की क्या है प्रक्रिया, सितंबर से शुरु हो जाती है तैयारी

Jan 09, 2024

Union Budget 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2024 को बजट पेश करेंगी. यह एक अंतरिम बजट होगा. बजट में सरकार की आय और खर्चों का लेखा-जोखा होता है.

Union Budget 2024 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कुछ दिनों बाद देश का आम बजट पेश करेंगी. 1 फरवरी, 2024 को बजट पेश किया जाएगा. इसमें आम नारिकों के लिए बड़ी घोषणाएं होने का अनुमान है. यह एक अंतरिम बजट होगा. लोकसभा चुनाव के बाद जो नई सरकार आएगी वह देश का पूर्ण बजट जुलाई में पेश करेगी. बजट में सरकार की आय और खर्चों का लेखा-जोखा होता है. देश के हर नागरिकों को जानना जरूरी है कि बजट कैसे पेश किया जाता है और इसकी प्रक्रिया क्या होती है?

बजट प्रक्रिया की शुरुआत

बजट पेश करने की तैयारी सितंबर महीने से ही शुरू हो जाती है. सभी मंत्रालयों, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को वित्त मंत्रालय एक सर्कुलर भेजता है. जिसमें सभी से अगले वित्त वर्ष के लिए सुझाव मांगे जाते हैं. इसके बाद इन सुझावों की समीक्षा की जाती है और मंत्रालय फंड आवंटन को लेकर फैसला लेता है. विवाद की स्थिति होने पर आखिरी फैसला पहले केंद्रीय मंत्रीमंडल या प्रधानमंत्री से विषय पर सलाह ली जाती है.

एक्सपर्ट की राय

वित्त मंत्रालय अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट से बजट पर राय मांगता है. इंडस्ट्री की प्रतिनिधि संस्थाओं से भी यूनियन बजट के बारे में सुझाव मांगा जाता है. फिर उन पर मंत्रालय के अधिकारी विचार सकते हैं. आपको बता दें कि बजट तैयार करने का काम नॉर्थ ब्लॉक का होता है. इसके लिए अलग से एक टीम बनाई जाती है. जिसमें वित्त मंत्रालय के सीनियर अधिकारी शामिल होते हैं. बजट को सीक्रेट डॉक्युमेंट माना जाता है इसलिए इसे बनाने के दौरान प्राइवेसी का ध्यान रखा जाता है.

बजट को लेकर बैठकें

फंड आवंटन के निर्णय से पहले अक्टूबर में प्री-बजट पर बैठकें आयोजित की जाती हैं. यह बैठकें नवंबर आधे महीने चलती हैं. इसकी अगुवाई सेक्रेटरी करते हैं.

अनुमानों का अंतरिम रूप

जनवरी में बजट को लेकर जो भी अनुमान होते हैं उनके अंतरिम रूप का कार्य किया जाता है. जनवरी से पहले सप्ताह में सांख्यिकी मंत्रालय चालू वित्त वर्ष के जीडीपी का पहला अग्रिम अनुमान पेश करते हैं. फिर राजकोषीय घाटा व टैक्स कलेक्शन के लिए नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट निर्धारित किया जाता है.

बजट सत्र

वित्त मंत्री बजट सत्र के पहले दिन बजट का प्रस्ताव पेश किया जाता है. इसके साथ-साथ योजनाओं के लिए राशि आवंटन की जानकारी दी जाती है. फिर लोकसभा में चर्चा होती है. इसके बाद बजट राज्यसभा में पास करने की प्रक्रिया पर आता है. बजट प्रक्रिया के आखिरी चरण में बजट लागू किया जाता है. यह बजट 1 अप्रैल से लागू होता है.

हलवा सेरेमनी

बजट से जुड़े सभी काम होने के बाद वित्त मंत्रालय के 10 नॉर्थ ब्लॉक के परिसर में हलवा सेरेमनी मनाई जाती है. इसके लिए हलवा तैयार किया जाता है और वित्त मंत्री खुद सभी कर्मचारियों, छपाई कार्य से जुड़े लोग और वित्त अधिकारियों को ये हलवा बांटते हैं. ये परंपरा आजादी के बाद से चली आ रही है. हलवा सेरेमनी का आयोजन बजट पेश करने की तैयारी पूरी होने के बाद किया जाता है.

 

आपकी राय !

Gujaraat में अबकी बार किसकी सरकार?

मौसम