अडानी एंटरप्राइजेज का बड़ा बयान: एफपीओ (FPO) वापस लिया, निवेशकों को लौटाया जाएगा पैसा
अडानी एंटरप्राइजेज ने बुधवार को अपने 20 हजार करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ-FPO) को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की। हालांकि, कंपनी के FPO 27 जनवरी से 31 जनवरी तक रिटेल निवेशकों के लिए खुला था। माना जा रहा है कि अडानी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है।
"अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बोर्ड, ने पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए FPO के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया। अभूतपूर्व स्थिति और मौजूदा बाजार की अस्थिरता को देखते हुए, कंपनी का लक्ष्य एफपीओ आय वापस करके अपने निवेश समुदाय के हितों की रक्षा करना है और पूरा लेनदेन वापस लेता है," कंपनी ने एक बयान में कहा।
गौतम अडानी ने जारी किये गए बयान में कहा कि "एक उद्यमी के तौर पर चार दशकों की मेरी यात्रा में मुझे सभी इन्वेस्टर्स और निवेशकों का बहुत साथ मिला। यह मेरे लिए ज़रूरी है की मैं यह बात मानू की आज मैंने जीवन में जो कुछ भी पाया है वह सब इनकी विश्वास का नतीजा है। मैं अपनी सफलता का श्रेय इन्हे देना चाहूंगा। मेरे लिए मेरे निवेशक सबसे महत्वपूर्ण हैं और उन्हें नुकसान न हो इसके लिए मैं यह एफपीओ वापिस लेता हूँ।
" ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। BSE के आंकड़ों के अनुसार, अडानी एंटरप्राइजेज के FPO के तहत 4.55 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी, जबकि इसपर 4.62 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन मिले थे। गैर संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित 96.16 लाख शेयरों पर करीब तीन गुना बोलियां मिली थीं। वहीं पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड के 1.28 करोड़ शेयरों पर पूर्ण अभिदान मिला था।