Tuberculosis: टीबी से छुटकारा पाने में ग्राम प्रधान बनेंगे सहायक, प्रयागराज में दी जा रही ट्रेनिंग
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प्रयागराज, जागरण संवाददाता। देश को 2025 तक टीबी यानी क्षय रोग से मुक्त बनाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है। इसे पूरा करने के लिए अब ग्राम प्रधान भी सहयोग करेंगे। उन्हें 15 सितम्बर से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण 31 अक्टूबर तक चलेगा।
जान रहे रोग के लक्षण और उपचार के बारे में प्रधान
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि सभी विकास खण्डों (ब्लाक) पर ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें टीबी रोग के कारण, लक्षण, इससे नुकसान और निदान के बारे में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान भी अब इस अभियान में साथ होंगे।
पीपीएम समन्वयक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि टीबी की रोकथाम के लिए नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। ट्रेनिंग के बाद ग्राम प्रधान अपने पंचायत क्षेत्र में लोगों को टीबी के प्रति जागरुक करेंगे। पंचायत, सामुदायिक बैठकों में वह अन्य लोगों टीबी से बचाव का तरीके बताएंगे। लक्षणों के बारे में बताएंगे और यह भी की टीबी रोगियों से भेदभाव न करें बल्कि उनका सहयोग करें । ग्राम प्रधान आम जनमानस को समझा सकते हैं कि टीबी रोग से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने में योगदान दें ।
टीबी के प्रमुख लक्षण :
टीबी के छह प्रमुख लक्षण होते हैं।
दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना।
खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना।
वजन का घटना।
बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार होना।
रात में पसीना आना ।
भूख कम लगना।
यह समस्या है तो अवश्य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्त समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो जाती है।
क्षय रोग विभाग द्वारा दी जा रहीं सुविधाएं
1. निःशुल्क जांच और उपचार
2. अत्याधुनिक जांचों द्वारा एमडीआर टीबी का पता लगाना
3. उपचार के दौरान मरीज को निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत हर माह 500 रूपये का भुगतान
4. मरीजों की सूचना देने वाले को 500 रूपये दिए जाते हैं |