देश का सर्विस सेक्टर अक्टूबर में 10 साल की सबसे ज्यादा तेज रफ्तार से बढ़ा, डिमांड में सुधार वजह

Nov 05, 2021
Source: https://www.tv9hindi.com

Service Sector PMI: भारत की सर्विस सेक्टर एक्टिविटी अक्टूबर में पिछले साढ़े 10 सालों में सबसे तेज रफ्तार के साथ बढ़ी है. बुधवार को जारी मासिक सर्वे में कहा गया है कि इसकी वजह डिमांड की बेहतर स्थिति के बीच कारोबारी गतिविधियों में बढ़ोतरी होना है. कंपनियों ने संकेत दिया कि नए कारोबार में इजाफे से आउपुट में एक दशक से ज्यादा समय में सबसे ज्यादा तेजी के साथ विस्तार हुआ है. इसके फलस्वरूप ज्यादा नौकरियां पैदा हुई हैं. हालांकि, कारोबार को लेकर आत्मविश्वास बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंताओं के बढ़ने की वजह से धीमा बना हुआ है.

अक्टूबर में 58.4 पर पहुंचा PMI का आंकड़ा

इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडैक्स सितंबर में 55.2 से बढ़कर अक्टूबर में 58.4 हो गया. यह साढ़े 10 सालों में सबसे मजबूत ग्रोथ रेट है. लगातार तीसरे महीने, सर्विस सेक्टर के आउटपुट में बढ़ोतरी देखी गई है. पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडैक्स (PMI) में, अगर आंकड़ा 50 से ज्यादा होता है, तो इसका मतलब बढ़ोतरी है. जबकि, 50 से कम का स्कोर गिरावट दिखाता है.IHS मार्केट में इकोनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर Pollyanna De Lima ने कहा कि सेक्टर की रिकवरी लगातार तीसरे महीने जारी रही है, जिसमें कंपनियों ने साढ़े 10 सालों में सबसे तेज रफ्तार के साथ अपनी एक्टिविटी को बढ़ाया है. और इससे ज्यादा नौकरियां पैदा हुई हैं. कीमत के मोर्चे पर, इनपुट कीमतों में दोबारा तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ कंपनियों ने करीब साढ़े 4 सालों में सबसे तेज रफ्तार के साथ अपनी फीस को बढ़ाया है. इन कंपनियों ने इसके पीछे तेल, सामग्री, रिटेल, स्टाफ और परिवहन की ज्यादा लागत को वजह बताया है.

नई नौकिरियों में भी तेजी

Lima ने कहा कि सर्विस प्रोवाइडर्स को चिंता था कि मुद्रास्फीति का दबाव बने रहने से आने वाले साल में ग्रोथ को नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि पिछले डेटा को देखते हुए, कारोबारी आत्मविश्वास भी कमजोर रहा है. नौकरियों के मोर्चे पर, सर्विसेज कंपनियों ने अक्टूबर में भी अतिरिक्त कर्मचारियों को नौकरी पर रखा है. नई नौकिरियों की रफ्तार में सितंबर के मुकाबले तेजी आई है. और यह फरवरी 2020 के बाद सबसे मजबूत स्थिति पर पहुंच गई. हालांकि, लेटेस्ट डेटा भारतीय सर्विसेज के लिए कमजौर अंतरराष्ट्रीय डिमांड की ओर संकेत कर रहा है.

अक्टूबर में नए निर्यात कारोबार में गिरावट आई है. सर्वे में बताया गया है कि कोविड-19 के बाद से यह ट्रेंड देखा जा रहा है. इस बीच, भारत में निजी सेक्टर का आउटपुट ज्यादा तेज रफ्तार के साथ बढ़ा है. दोनों मैन्युफैक्चर्रस और सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच ग्रोथ तेजी से बढ़ी है.

 

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