Facebook twitter wp Email affiliates दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू हो सकता है खत्म, कई और प्रतिबंध भी हटेंगे; कुछ दिनों में हो सकता है ऐलान

Jan 24, 2022
Source: https://www.jagran.com

दिल्ली में घट रहे कोरोना संक्रमण के बीच जिस तरह से दिल्ली सरकार के साथ साथ भाजपा ने भी वीकेंड कर्फ्यू एवं बाजारों में आड-इवेन के मामले में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पर दबाव बनाया है इसे देखते हुए इस मामले में इस सप्ताह छूट मिलने की संभावना है।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली में 18 दिन बाद रविवार को कोरोना के प्रतिदिन आने वाले मामलों की संख्या दस हजार से कम रही है, जो राहत की बात है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर भी चरम पर पहुंचने के बाद अब आधी से कम रह गई है। यही नहीं, रविवार को कोरोना के कारण होने वाली मौतों की संख्या भी 34 रही, जबकि विगत कुछ दिनों से यह 40 से अधिक या उसके आसपास बनी हुई थी। ऐसे में वीकेंड खत्म करने के साथ आड-इवेन के साथ दुकानों को खोलने का ऐलान जल्द हो सकता है।

बताया जा रहा है कि दिल्ली में घट रहे कोरोना संक्रमण के बीच जिस तरह से दिल्ली सरकार के साथ साथ भाजपा ने भी वीकेंड कर्फ्यू एवं बाजारों में आड-इवेन के मामले में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पर दबाव बनाया है, इसे देखते हुए इस मामले में इस सप्ताह छूट मिलने की संभावना है। माना जा रहा है कि उपराज्यपाल इस मामले में छूट का फैसला ले सकते हैं। यहां बता दें कि दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) एवं भाजपा व्यापारियों को हो रहे नुकसान का हवाला देकर वीकेंड कर्फ्यू एवं बाजारों से आड-इवेन हटाने की मांग कर रही है।

दिल्ली सरकार वीकेंड कर्फ्यू एवं बाजारों से आड-इवेन हटाने की भी मांग करते हुए गत दिनों एलजी के पास प्रताव भेजा था। जिसमें एलजी ने निजी कार्यालय के लिए तो 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोलने की छूट दे दी थी मगर इन मामलों में छूट नही थी। जिस पर आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार ने नाराजगी जताई थी।मगर इसी बीच दिल्ल्ली सरकार के बाद भाजपा ने भी यही मांग एलजी से कर दी है। वीकेंड कर्फ्यू एवं बाजारों से आड-इवेन से छूट दिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली के व्यापारी भी एलजी को पत्र लिख चुके हैं।

बेफिक्र होने का समय नहीं

बता दें कि विगत 5 जनवरी को दिल्ली में कोरोना के प्रतिदिन आने वाले मामलों की संख्या 10 हजार को पार कर गई थी, जिसने राजधानी में कोरोना की दहशत बढ़ा दी थी। कुछ विशेषज्ञों ने तो यहां तक कह डाला था कि यहां कोरोना के प्रतिदिन मामले एक लाख को भी पार कर सकते हैं। ऐसे में इन मामलों का 27 हजार से अधिक के स्तर तक पहुंचकर थम जाना और धीरे-धीरे कम होते हुए अब रविवार को गिरकर 9197 पर आ जाना दर्शाता है कि राजधानी में कोरोना का संक्रमण अब नियंत्रित हो रहा है।यह सही है कि प्रतिदिन के आंकड़े संक्रमण के स्तर में गिरावट दिखा रहे हैं, लेकिन अब भी कोरोना को लेकर बेफिक्र नहीं हो जाना चाहिए।

चिंता बढ़ा रही है लोगों की लापरवाही

यह चिंताजनक है कि कोरोना को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन हो रहा है, जो एक बार फिर संक्रमण बढ़ा सकता है। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर यह माना जा रहा था कि इससे होने वाला संक्रमण हल्का है, लेकिन वास्तव में यह पिछली लहर के लिए जिम्मेदार रहे डेल्टा वैरिएंट से कहीं अधिक संक्रामक है और इससे बीते दिनों में प्रतिदिन 40 के करीब लोगों की मौत होती रही है। ऐसे में बुजुर्गों और बीमार लोगों की जिंदगी को कोरोना के कारण खतरे में डालने से बचाने की आवश्यकता है। यह तभी संभव है, जबकि घरों से बाहर निकल रहे लोग कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करें और खुद को व अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित रखें। सिर्फ इस प्रयास से ही कोरोना संक्रमण को तेजी से कम किया जा सकता है और इससे होने वाली मौतों को शून्य के स्तर पर लाया जा सकता है।

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