Russia: बाइडेन के कीव दौरे के एक दिन बाद पुतिन का संबोधन, कहा-हम बातचीत से हल चाहते है, लेकिन अमेरिका युद्ध का समाधान नहीं चाहता

Feb 22, 2023

Vladimir Putin रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार देश की संसद संबोधित किया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की यूक्रेन यात्रा के ठीक एक दिन बाद पुतिन ने देश को संबोधित किया है। अपने संबोधन में पुतिन ने कहा कि रूस ने हमेशा बातचीत से समाधान निकालने की कोशिश की है, लेकिन अमेरिका और पश्चिमी देश युद्ध का समाधान नहीं चाहते है। इस बीच उन्होंने देश के नागरिकों की सुरक्षा को अहम बताई है। साथ ही युद्ध के जुड़े कई एलान भी किए है।

राष्ट्रपति पुतिन ने अपने भाषण की शुरूआत में कहा कि वह ऐसे समय में देश को संबोधित कर रहे है जो मुश्किलों भरा और काफी अहम है। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन को आजाद कराने के लिए लड़ रहा था। पुतिन ने कहा हमने नाटों के साथ शांति वार्ता का प्रस्ताव दिया था। जिस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। पुतिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों की भी आलोचना की।

दरअसल, करीब एक साल से रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। बावजूद दोनों देशों के बीच जंग रूकने का नाम नहीं ले रही है। 24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरा होने वाला है। इस बीच पुतिन ने ने रूसी संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वह ऐसे समय में संदेश दे रहे हैं, जब देश एक मुश्किल पड़ाव पर पहुंच चुका है और दुनिया में कई बदलाव हो रहे है। उन्होंने कहा कि रूस ने हमेशा पश्चिमी देशों के साथ बातचीत की कोशिश की है, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम डोनबास इलाके में शांति स्थापित करने के की हरसंभव कोशिश कर रहे है। जो 2014 के बाद से ही संवेदनशील बना हुआ था, लेकिन हमारी पीठ के पीछे साजिश रची जा रही थी। पुतिन ने पश्चिम देश को युद्ध का गुनहगार बताया है। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ इस युद्ध को रोकने के लिए सेना का इस्तेमाल कर रहे है। पुतिन ने अपने संबोधन में दावा किया है कि यूक्रेन के लोग पश्चिम देश के बंधक बन गए है। उन्होंने यूक्रेन की राजनीति, अर्थव्यवस्था और सेना पर अपना कब्जा कर लिया है। पुतिन ने यूक्रेनी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने देश के हितों को नहीं देख रही है और पश्चिम देशों के हितों के लिए काम कर रही है।

पुतिन ने अमेरिका पर अमेरिका पर नाटो का विस्तार करने और दुनिया भर में अपने सैन्य अड्डे बनाने का आरोप लगाया। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम पश्चिम देश के साथ बातचीत के लिए तैयार थे और चाहते थे कि बातचीत से इस समस्या का समाधान हो। हमने सुरक्षा व्यवस्था बनाने की बात की, लेकिन हमारा मजाक बनाया गया।