एक केस भी मिला तो बनेगा कंटेनमेंट जोन

Apr 17, 2020

एक केस भी मिला तो बनेगा कंटेनमेंट जोन

कोरोना की वजह से तीन मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन के लिए भारत सरकार नई गाइडलाइन जारी कर चुकी है। इसके पालन के संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने गुरुवार को शासनादेश जारी कर दिया। इसमें बताया गया है कि बीस अप्रैल से जिन गतिविधियों को छूट दी जा रही है, उन पर हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में पूरी तरह रोक रहेगी। शासनादेश में कहा गया है कि 14 अप्रैल तक प्रदेश के 45 जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले थे, जिनके आधार पर हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए थे। अब यदि कहीं भी कोविड के मामले आते हैं तो ऐसे स्थानों को स्वत: ही हॉटस्पॉट तय करते हुए प्रत्येक हॉटस्पॉट के लिए मजिस्ट्रेट और क्षेत्रधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि जहां कोरोना का एक भी मामला हो, वहां एक किलोमीटर का दायरा कंटेनमेंट जोन होगा। जहां एक से अधिक मामलें हों, क्लस्टर हों, वहां तीन किलोमीटर का कंटेनमेंट जोन और दो किलोमीटर का बफर जोन होगा। प्रतिबंधित क्षेत्रों में सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, चिकित्सा और सैनिटाइजेशन की अनुमति होगी। 28 दिन तक कोई संक्रमण नहीं पाए जाने पर हॉटस्पॉट ग्रीन जोन में परिवर्तित होगा। इसके अलावा स्वास्थ्य सेवा, कृषि, वित्तीय क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र, ऑनलाइन शिक्षा, दूरस्थ शिक्षा, मनरेगा, सार्वजनिक क्षेत्र, माल एवं वस्तुओं के यातायात, लोच्डग-अनलोच्डग, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, वाणिज्य और निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठान, औद्योगिक प्रतिष्ठान, निर्माण गतिविधियों, आमजन के आवागमन, सरकारी कार्यालयों, क्वारंटाइन व्यवस्था आदि के संबंध में गृह मंत्रलय के गाइडलाइन के पालन के निर्देश दिए हैं।कोरोना की वजह से तीन मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन के लिए भारत सरकार नई गाइडलाइन जारी कर चुकी है। इसके पालन के संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने गुरुवार को शासनादेश जारी कर दिया। इसमें बताया गया है कि बीस अप्रैल से जिन गतिविधियों को छूट दी जा रही है, उन पर हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में पूरी तरह रोक रहेगी। यूपी में कोरोना वायरस के नमूनों की पूल टेस्टिंग गुरुवार से शुरू हो गई। लखनऊ के केजीएयमू की लैब में आगरा के 150 नमूने जांचे गए, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह सारे नमूने आगरा में बनाए गए हॉटस्पॉट के बफर जोन के थे। इसमें पांच-पांच नमूनों के 30 पूल बनाकर केजीएमयू की लैब में जांच की गई। यूपी देश का पहला राज्य बन गया है, जहां नमूनों की पूल टेस्टिंग शुरू की गई है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अब दूसरे जिलों की लैब में भी यह जांच शुरू की जाएगी। इस व्यवस्था के तहत अब लैब में ज्यादा नमूनों की जांच संभव हो पा रही है। प्रमुख सचिव ने बताया कि 15 अप्रैल को 2615 नमूनों की जांच हुई, जबकि तीन हजार से अधिक संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए लैब भेजे गए। प्रदेश में अब कुल 16 लैब में कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। प्रमुख सचिव ने बताया कि पीलीभीत में दो मरीज मिले थे और दोनों के ठीक होने के बाद यह जिला कोरोना मुक्त हो गया है। वहीं, महराजगंज में कोरोना संक्रमित पाए गए छह मरीजों की रिपोर्ट दोबारा निगेटिव आई है। अगली रिपोर्ट निगेटिव आने पर यह जिला भी कोरोना मुक्त घोषित कर दिया जाएगा। साथ ही टेलीमेडिसिन से रोगियों को परामर्श देने की सुविधा भी शुरू की जाएगी।

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