आईएलएफएस संकट गहराने से लाखों के पीएफ पर खतरा
आईएलएफएस संकट गहराने से लाखों के पीएफ पर खतरा
उद्योग विहार (मार्च-2019) नई दिल्ली। आईएलएफएस का कर्जसंकट गहराने से करीब 15 लाख कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते (पीएफ) में जमा रकम पर खतरा मंडराने लगा है। दरअसल, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पीएफ और पेंशन फंड खाते का ज्यादातर पैसा आईएलएफएस समूह की सहायक कंपनियों में निवेश किया है। समूह की कई कंपनियों के दिवालिय होने पर निवेश की गई रकम डूबने का खतरा मंडराने लगा है।
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ईपीएफओ ने इस संबंध में राष्ट्रीय कंपनी अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में याचिका दायर कराई है। याचिका में कहा गया है कि उसे अपने पैसे खोने का डर है क्योंकि जिन बाॅन्ड के तहत यह निवेश किया था वह असुरक्षित कर्ज के तहत आते हैं। ईपीएफओ ने एनसीएलटी में आवेदन किया है कि आईएलएफएस समाधान प्रक्रिया में उसके निवेश को लौटाने पर तवज्जो दिया जाए क्योंकि 75 कंपनियों द्वारा दायर ऋण वसूली याचिका में उसका नंबर सबसे नीचे है। ईपीएफओ के मुताबिक, उसने जो निवेश किया है वह सुरक्षित कर्ज के तौर पर है जबकि समाधान प्रक्रिया में पहले सुरक्षित कर्जदारों का वकाया चुकाया जाएगा।
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कंपनी पर 94 हजार करोड़ बकाया
आईएलएफएस का ऋण संकट पिछले साल जुलाई में सामने आया था, जब वह समय पर कर्ज चुकाने में असफल रही थी। कंपनी पर करीब 94 हजार करोड़ रूपये का बकाया है। कंपनी के शीर्ष स्तर पर अनियमितताओं की भनक लगने के बाद सरकार ने तत्कालीन बोर्ड को बर्खास्त कर नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था। कंपनियां अपनी परिसंपत्ति बेचकर बकाया चुकाने का प्रयास कर रही है।
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