वो मेरा गला दबा देते थे... जब हीरा मंडी के उस्ताद जी के सपने में आते थे भंसाली, खौफ में बीती कई रातें

May 06, 2024

बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली इन दिनों अपनी वेब सीरीज हीरा मंडी को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. इस बीच हीरामंडी के उस्ताद जी ने एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उनके सपने में भंसाली आते थे और उनका गला दबाते थे.

संजय लीला भंसाली  की वेब सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार ओटीटी पर खूब धूम मचा रही है. सीरीज की कहानी लोगों को खूब पसंद आ रही है. इस सीरीज में एक्ट्रेस मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, ऋृचा चड्ढा, अदिति राव हैदरी, शर्मिन सहगल, संजीदा शेख, शेखर सुमन और इंद्रेश मलिक जैसे कलाकारों ने अहम भूमिका निभाई है. इस बीच सीरीज में उस्ताद जी का रोल निभाने वाले इंद्रेश मलिक ने एक बड़ा खुलासा किया है.

हाल ही में एक्टर ने संजय लीला भंसाली के साथ काम करने को लेकर अपना एक्सपीरियंस शेयर किए हैं. इंद्रेश ने बताया कि भंसाली उनके सपने में आते थे और मेरा गला दबा देते थे. उन्होंने मुझे कम्फर्ट जोन से बाहर निकाला.

हीरा मंडी के शूटिंग के दौरान सपने में आते थे भंसाली

इंद्रेश मलिक ने बताया की जब वह हीरा मंडी की शूटिंग कर रहे थे तब भंसाली उनके सपने में आते थे. यहां तक की उनका गला दबा देते थे. उन्होंने आगे बताया कि भंसाली ने उन्हें कम्फर्ट जोन से बाहर निकालने में मदद की. उन्होंने मौका दिया कि वो बहाव के साथ चल सके.उन्होंने बताया की भंसाली ने उन्हें अपने डायलॉग को बेहतर करने के लिए समय दिया. इंद्रेश मलिक ने बताया कि मैं संजय लीला भंसाली का शुक्रगुजार हूं.

'भंसाली के कायल हुए इंद्रेश मलिक'

इंद्रेश मलिक ने बॉलीवुड नाओ को दिए इंटरव्यू में बताया कि जब वह वेब सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार की शूटिंग कर रहे थे तो रात में सोने के समय भंसाली उनके सपने में आते थे. इंद्रेश ने कहा कि, एक एक्टर की नजर से देखा जाए तो जिस डायरेक्टर के आप फैन हो उनसे आप ओपन नहीं हो सकते हैं लेकिन उन्होंने मुझे कम्फर्ट जोन से बाहर निकाला मुझे मौका दिया ताकी मैं और बेहतर कर सकूं. इंद्रेश ने कहा कि मैं संजय लीला भंसाली  का कायल हूं. मै ऐसे किसी का भी कायल नहीं होता.

इंद्रेश मलिक ने भंसाली को बताया परफेक्शिनिस्ट हैं 

इंद्रेश मलिक ने इंटरव्यू के दौरान संजय लीला भंसाली को परफेक्शिनिस्ट बताते हुए कहा कि वे एक परफेक्शिनिस्ट हैं अगर परफेक्शिनिस्ट से आगे भी शब्द है तो वे भंसाली जी हैं. उन्होंने आगे कहा कि वो डायरेक्टर के कहने पर चलते हैं. उन्होंने कहा कि वो डायरेक्टर से बहुत सवाल जवाब करते हैं लेकिन भंसाली कभी उन्हें इस चीज के लिए मना नहीं करते थे.