ISRO Solar Mission : आज आदित्य-एल1 अपनी मंजिल एल1 पर करेगा लैंड, भारत के लिए होगा एक और ऐतिहासिक पल
Aditya L1 Update : शनिवार 6 जनवरी को आदित्य-एल1 अपनी मंजिल एल1 यानी लैग्रेंज प्वाइंट पर पहुंचेगा. मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत के लिए यह दूसरा ऐतिहासिक पल होने वाला है.
Solar Mission Aditya L1 : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने पिछले साल भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 (Solar Mission Aditya L1) को लॉन्च किया था. शनिवार 6 जनवरी को आदित्य-एल1 अपनी मंजिल एल1 यानी लैग्रेंज प्वाइंट पर पहुंचेगा. इसे पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर एल1 प्वाइंट के पास की कक्षा में स्थापित किया जाएगा. आज के ऐतिहासिक पल के लिए इसरो पूरी तरह से तैयार है. जानकारी के अनुसार आदित्य-एल1 को एल1 के चारों ओर की कक्षा में स्थापित करने की प्रक्रिया शनिवार शाम करीब 4 बजे पूरी हो जाएगी.
आखिरी चरण बहुत महत्वपूर्ण
आदित्य-एल1 आज अपनी मंजिल पर पहुंत जाएगा. यह 15 लाख किलोमीटर के लंबे सफर के अंतिम चरण में पहुंच चुका है और यह बहुत महत्वपूर्ण भी है. आज शाम थ्रस्टर्स की जरिए आदित्य एल1 को हेलो ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा. जिससे अलग-अलग कोण से सूर्य को देखा जा सके. इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि एल-1 बिंदु पर रहने से यह पृथ्वी के लगातार संपर्क में रहेगा.
सूर्य का करेगा अध्ययन
आदित्य एल1 पांच साल के लिए मिशन पर रहेगा. इस दौरान आदित्य इसी जगह से सूर्य का अध्ययन करेगा. आदित्य एल1 सूर्य की स्टडी करने वाली पहली अंतरिक्ष में स्थापित की जाने वाली प्रथम भारतीय वेधशाला है. यह विजिबल मिशन एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ पेलोड सीएमई की गतिशीलता का अध्ययन करने वाला है. वहीं सोलर अल्ट्रावायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर की फोटो लेगा.
सात पोलेड में तैनात है आदित्य एल1
आदित्य एल1 पर सात वैज्ञानिक पेलोड तैनात किए गए हैं. इनमें विजिबल एमिशन लाइन कोरोनोग्राफ, सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीफोस्कोप, सोलर लो एनर्जी एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर, हाई-एनर्जी एल1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर शामिल हैं ये सीधे तौर पर सूर्य को ट्रैक करेंगे.