पानी से लेकर आटा-तेल में भी पोषक तत्व जरूरी

Jun 07, 2021
Source: https://www.bhaskar.com/

लोगों को शुद्ध व बिना मिलावट के खाद्य पदार्थ मिले, इसका ध्यान रखने वाला फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) पौष्टिक खाने का भी ख्याल रखेगा। जल्द ही आटा दूध, पानी, तेल और नमक में पोषण तत्व मिलाना अनिवार्य हो जाएगा। बिना पौष्टिक तत्वों के खाद्य सामग्री का विक्रय नहीं किया जाएगा।

केंद्र सरकार के निर्देश पर एफएसएसएआई द्वारा बहुत जल्द पांच तरह की पैकिंग में मिलने वाली खाने-पीने की चीजों में पोषक तत्वों को मिलाना अनिवार्य किया जा रहा है। इसमें आटा, दूध, पानी, तेल और नमक तक शामिल है। अभी इसके लिए कोई गाइडलाइन नहीं है। यह निर्णय बढ़ रहे कुपोषण को देखते लिया है। विशेषज्ञों की मानें तो कुपोषण सिर्फ गरीब बच्चों में ही नहीं, बल्कि संपन्न और बड़ी उम्र के लोगों में भी होता है। कुपोषण शरीर को जरूरी पोषक तत्व न मिलने के कारण होता है। इससे कम उम्र में ही हड्डियों रोग, आंखों की रोशनी कम होना, रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना जैसी परेशानियां शामिल हैं।

खाद्य प्रोडक्ट को कैसे बना सकते हैं बेहतर
अभी कंपनियां अपने प्रोडक्ट में किस तरह के पोषक तत्व मिला रही हैं और इसे बेहतर बनाने के लिए और क्या-क्या किया जा सकता है। इसे लेकर शासन ने ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जल्द फाइनल नोटिफिकेशन जारी होगा।

जल्द ही बनेगी गाइड लाइन
अभी कई बड़ी कंपनियां इन्हीं उत्पादों की मार्केटिंग के लिए विज्ञापनों में बताती हैं कि इस पानी में प्राकृतिक मिनरल्स हैं। खाने के तेल में विटामिन ए और डी है। नमक में आयोडीन के साथ आयरन भी है। दूध में कैल्शियम और विटामिन है, आटे में भी आयरन और विटामिन है, लेकिन अब शासन सभी प्रोडक्ट के लिए पोषक तत्वों की गाइडलाइन बनाकर उन्हें प्रोडक्ट में मिलाना अनिवार्य करने जा रही है।

अच्छा प्रयास है, सतत निगरानी रखना जरूरी
इस संबंध में जानकारों का कहना है कि यह शासन का सराहनीय कदम है, लेकिन जिस उद्देश्य से यह व्यवस्था लागू की जा रही है, उसके लिए सतत निगरानी भी जरूरी है। इसमें शासन को यह भी निर्धारित करना होगा कि प्रोडक्ट में मिला पोषक तत्व कितने समय तक अपनी पूर्ण गुणवत्ता पर रहेगा।

जानकारों ने कहा- शासन का यह सराहनीय कदम

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