Rajnath Singh Meets Rishi Sunak: राजनाथ सिंह का इंडिया हाउस में जोरदार स्वागत, ऋषि सुनक से मिले रक्षा मंत्री

Jan 11, 2024

Rajnath Singh Meets Rishi Sunak: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की है. रक्षा मंत्री इस समय ग्रेट ब्रिटेन की यात्रा पर हैं.

Rajnath Singh Meets Rishi Sunak: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की यह यात्रा 20 से अधिक वर्षों में किसी मौजूदा भारतीय रक्षा मंत्री की पहली यूके यात्रा है. इससे पहले दिन में, रक्षा मंत्री सिंह और उनके ब्रिटिश समकक्ष ग्रांट शाप्स ने लंदन के ट्रिनिटी हाउस में भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया. इस बात की जानकारी अपने आधिकारिक हैंडल 'एक्स' पर रक्षा मंत्री ने दी. 

राजनाथ सिंह ने दी जानकारी

इन दिनों भारत के केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यूके के दौरे पर हैं. वहां पर रक्षा मंत्री का शानदार स्वागत किया गया. उनके लिए  इंडिया हाउस में एक सामुदायिक स्वागत समारोह का आयोजन किया गया. इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने जानकारी देते हुए लिखा कि 'रक्षा मंत्री श्री राजनाथसिंह और उनके ब्रिटिश समकक्ष श्री ग्रांटशैप्स ने लंदन के ट्रिनिटी हाउस में भारत-ब्रिटेन रक्षा उद्योग के सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया.'

ऋषि सुनक से भी मुलाकात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी लंदन यात्रा के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात की. यूके ने इस साल के अंत में अपने लिटोरल रिस्पांस ग्रुप को हिंद महासागर क्षेत्र में भेजने की अपनी योजना की घोषणा की, जिसमें कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के लिए 2025 में भारतीय जल क्षेत्र का दौरा करने का प्रस्ताव है. दोनों भारतीय बलों के साथ काम करेंगे और प्रशिक्षण देंगे. यह घोषणा ब्रिटेन के रक्षा सचिव शाप्स ने की. ब्रिटेन और भारत ने रक्षा मंत्री की देश यात्रा के दौरान संबंधों को मजबूत करने का प्रण लिया है. 

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यूके और भारत के बीच रणनीतिक संबंधों के बढ़ते महत्व का संकेत देने वाले एक कदम में, रक्षा सचिव शाप्स ने यूके में सिंह का स्वागत किया और दोनों नेता यूके-भारत रक्षा सहयोग के अभूतपूर्व स्तर पर सहमत हुए. दोनों देशों ने संयुक्त अभ्यास से लेकर ज्ञान साझा करने और प्रशिक्षकों के आदान-प्रदान तक रक्षा में भविष्य के सहयोग पर भी चर्चा की. इसमें कहा गया है कि ये कदम 2021 में घोषित 2030 भारत-यूके रोडमैप में परिकल्पित व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर आधारित हैं.