Saphala Ekadashi 2024: सफला एकादशी पर ऐसे करें श्री हरि की पूजा, हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता
Saphala Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में एकादशी पर्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन व्रत रखने और विधि पूर्वक पूजा करने से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है.
Saphala Ekadashi 2024: पौष माह के कृष्ण पक्ष की पहली एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं. यह एकादशी जीवन में सफलता दिलाने वाली मानी जाती है. इस एकादशी के महत्व के बारे में युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा था. यह एकादशी 7 जनवरी रविवार को पड़ रही है. साल 2024 में सफला एकादशी का व्रत 6 जनवरी को रखा जाएगा.
सफला एकादशी जीवन में सफलता दिलाने वाली एकादशी मानी जाती है. इस एकादशी के महत्व के बारे में भगवान कृष्ण ने युधिष्ठ को बताया था. तब भगवान कृष्ण के बताए गए नियम के अनुसार धर्मराज युधिष्ठिर ने इस व्रत का पालन किया था. सफला एकादशी पौष माह के कृष्ण पक्ष की पहली एकादशी को मनाई जाती है. इस एकादशी की खासियत ये है कि, इस दिन व्रत करने से भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों को सभी क्षेत्र में सफलता प्रदान करते हैं.
बेहद उत्तम है सफला एकादशी-
जिस प्रकार नागों में शेषनाग, पक्षियों में गरुड़, सभी ग्रहों में चंद्रमा, यज्ञों में अश्वमेध यज्ञ और देवताओं में भगवान विष्णु सबसे श्रेष्ठ माने जाते हैं ठीक उसी प्रकार सभी व्रतों में सफला एकादशी सबसे उत्तम माना जाता है. जो भी व्यक्ति इस व्रत को करता है और नियम पालन करता है उससे भगवान सत्यनारायण बेहद प्रसन्न हो जाते हैं. इसलिए अगर आप अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए इस व्रत को कर सकते हैं.
सफला एकादशी का महत्व-
वायु पुराण में सफला एकादशी के महत्व के बारे में बताया गया है. इसमें लिखा है कि, जो भी व्यक्ति भक्तिभाव से एकादशी तिथि का व्रत करता है वह समस्त कठिनाइयों और पापों से मुक्त हो जाता है. इस पुराण में ये भी बताया गया है कि, जो भी इस व्रत को श्रद्धा भक्ति और भाव से अपनी इच्छा की पूर्ति के लिए सफला एकादशी का व्रत रखता है उसकी इच्छा भगवान विष्णु पूरी कर देते हैं. इस व्रत के प्रभाव से कार्य सिद्ध होता है इसलिए इसे सफला एकादशी कहा जाता है.