ऑनलाइन ही नहीं ऑफलाइन भी मर्ज करा सकते हैं एक से अधिक पीएफ खाते

Apr 01, 2019

ऑनलाइन ही नहीं ऑफलाइन भी मर्ज करा सकते हैं एक से अधिक पीएफ खाते

अक्सर लोग नौकरी बदलते हैं तो उनका पीएफ खाता नंबर बदल जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रत्येक कंपनी अपने कर्मचारी का नया पीएफ खाता खोलती है। ऐसे में कर्मचारियों को पुराने पीएफ खाते से लाभ नहीं मिल पाता था। हालांकि यूनिवर्सल अकाउंट नंबर की शुरुआत होने से कर्मचारी अपने सभी पीएफ खाते को एक जगह से ही ऑपरेट कर सकते हैं।

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आसानी से करा सकते हैं मर्ज
अब कोई भी कर्मचारी अपने पुराने पीएफ खाते को एक ही यूएएन से लिंक करा सकता है। अब कर्मचारियों की सहुलियत के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जनवरी 2014 से यूएएन की सुविधा को शुरू किया था।

इसके तहत ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन भी मर्ज करा सकते हैं। 2014 से पहले इससे पहले से निजी कंपनियों, कारखानों, केंद्र व राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों आदि में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों- अधिकारियों के अलग-अलग पीएफ नंबर हैं। हालात यह हैं कि किसी- किसी के तो पांच-छह तक अकाउंट हैं। इन्हें अपने सभी अकाउंट मौजूदा अकाउंट नंबर से लिंक कराना होगा।

ऑफलाइन भरना होगा यह फॉर्म
अब आप ऑफलाइन भी अपने पुराने पीएफ खातों के साथ लिंक करा सकते हैं। इसके लिए ईपीएफओ ने फॉर्म 13 जारी किया है। इसमें जानकारी के अलावा इसे आपके पहले और मौजूदा कंपनी से वेरिफाई करके अप्रूव कराना होगा। यदि पहले के नियोक्ता अप्रूव नहीं करें तो मौजूदा कंपनी के अप्रूवल से ही काम हो जाएगा। इसे भरकर आपको ईपीएफओ दफ्तर में जमा करना होगा।

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ऑनलाइन मर्ज करने का यह है तरीका
ईपीएफओ को  uanepf@epfindia.gov.in पर मेल के जरिए सूचना देनी होगी। यहां पुराने व नए दोनों ही यूएएन नंबर भरने होंगे। इसके बाद ईपीएफओ आपके दोनों यूएएन नंबर को क्रॉस वेरीफाई करेगा। वेरिफाई करने के बाद पुरान वाला यूएएन नंबर ब्लॉक हो जाएगा। इसके बाद आप अपने पुराने वाले खाते में जमा राशि को नए वाले खाते में जमा कराने के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आपका पीएफ खाता और यूएन आपस में लिंक हो।

यह है दूसरा तरीका
 

  1.     सबसे पहले ईपीएफओ पोर्टल से आपको पुराने पीएफ खाते को नए पीएफ खाते में ट्रांसफर क्लेम करना होगा।
  2.     ट्रांसफर के लिए रिक्वेस्ट करने के बाद ईपीएफओ आपके ट्रांसफर क्लेम को वैरिफाई करेगा। आपको दोनों यूएएन को लिंक करने के लिए प्रक्रिया शुरू करेगा।
  3.     ट्रांसफर प्रोसेस होने के बाद ईपीएफओ आपके पिछले यूएएन को ब्लॉक कर देगा। डिएक्टिवेट किए गए यूएएन का इस्तेमाल इसके बाद नहीं हो सकेगा।
  4.     यूएएन खाते का मर्ज करने की प्रक्रिया ऑटोमैटिकली पूरी हो जाएगी। जरूरी नहीं इसके लिए एम्प्लॉई ने रिक्वेस्ट की हो।
  5.     एक बार जब ईपीएफओ आपके नए यूएएन को वेरिफाई कर लेगा तो उसे आपके पीएफ खाते से लिंक कर दिया जाएगा।
  6.     इस संबंध में कर्मचारी को एसएमएस के जरिए अलर्ट करेगा कि पुराने को डिएक्टिवेट कर दिया गया है। इसके बाद नए यूएएन को एक्टिवेट किया जा सकता है।

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