प्रयागराज से घर पहुंचाए जाएंगे दस हजार छात्र

Apr 28, 2020

प्रयागराज से घर पहुंचाए जाएंगे दस हजार छात्र

लॉकडाउन के चलते जहां-तहां फंसे प्रदेशवासियों को अब उनके घर पहुंचाने का बीड़ा योगी सरकार ने उठाया है। अभी लगातार हरियाणा और अन्य राज्यों से श्रमिकों को ला रही सरकार ने कोटा की तरह ही प्रयागराज में पढ़ाई कर रहे दस हजार छात्रों को उनके गृह जनपदों में पहुंचाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मानकों के पालन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में पंद्रह से पच्चीस हजार क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर हर जिले में बनाने के भी निर्देश दिए हैं।

लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा सोमवार को मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के अधिकारियों के साथ की। लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी ने प्रयागराज में प्रदेश के अन्य जिलों के रहने वाले छात्रों को उनके गृह जनपद में पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रयागराज के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को आदेश दिया गया है कि 300 बसों को तैनात कर सभी दस हजार छात्रों को उनके गृह जनपद पहुंचा दिया जाए। ये बसें प्रयागराज के तीन स्थानों से चलेंगी। पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के छात्रों को भेजने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद दूसरे चरण में इन्हीं बसों से अन्य जिलों में छात्रों को भेजा जाएगा। छात्र-छात्रओं की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर छात्र का पूरा ब्योरा रखा जाए। साथ ही योगी ने कहा है कि हर जिले में 15,000 से 25,000 क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाएं।

सीएम ने सात जिलों के नोडल अधिकारियों से लिया फीड बैक कोरोना संक्रमण की रोकथाम को 18 जिलों में विशेष नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सोमवार को मुख्यमंत्री ने आगरा, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी के नोडल अधिकारियों से फीडबैक लिया और दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संक्रमण की स्थिति पहले से बेहतर है। प्रति 10 लाख जनसंख्या पर संक्रमण और मृत्युदर अन्य राज्यों से कम है।

बारह हजार से अधिक श्रमिक उप्र लाए गए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि हरियाणा से अब तक 12,200 श्रमिकों को यूपी लाया गया है। इसके लिए 328 बसें लगाई गईं। 26 अप्रैल को प्रदेश के चार बॉर्डर पर 9992 श्रमिक लाए गए। सहारनपुर के बॉर्डर पर 74, शामली बॉर्डर पर 55, बागपत बॉर्डर पर 47, मथुरा के बॉर्डर पर 63 और बुलंदशहर की सीमा पर 89 बसें हरियाणा से श्रमिकों को लेकर पहुंची हैं। इसके पहले 25 अप्रैल को 2224 श्रमिकों को लाया गया था। उन्होंने बताया कि आने वाले सभी श्रमिकों की मेडिकल जांच करा ली गई है। इसके बाद भी उन्हें 349 बसों से संबंधित जिले के क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया जाएगा।

जिलों में 15 से 25000 क्षमता के क्वारंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की स्थिति की हुई समीक्षा एक मई से राशन वितरण योगी ने एक मई 2020 से प्रदेश में निश्शुल्क खाद्यान्न वितरण शुरू करने को कहा है। हर जरूरतमंद को राशन उपलब्ध हो, इसकी निगरानी जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।

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