सावन महीने से क्यों है भगवान शिव को प्रेम? जानें इस माह की कहानी
सावन के महीने की शुरुआत होते ही सादगीपूर्ण जीवन आपको जीना चाहिए. तामसिक भोजन से खुद को दूर रखना चाहिए. हर दिन शिव मंत्रों का जप करना चाहिए, सोमवार के दिन व्रत रखें, शिव का ध्यान करें, भगवान शिव सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाले देवता कहे जाते हैं. भगवान शिव की आराधना करने वाले भक्त कभी भी अकाल मृत्यु को प्राप्त नहीं होते. सावन में शिव की आराधना करने से शिव की अलौकिक कृपा आपके ऊपर बरसती है.
Sawan 2024: सावन महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना के लिए समर्पित है. इस महीने में शिव भक्त भोलेनाथ की आराधना करते हैं, व्रत रखते हैं, इतना ही नहीं कावड़ यात्रा भी इसी महीने निकाला जाता है. साल 2024 में सावन महीने की शुरुआत सोमवार के दिन से हो रही है, ये बहुत ही खास संयोग है. ऐसे विशेष मौके पर आज हम बात करेंगे कि आखिर क्यों भगवान शिव को सावन का महीना इतना प्रिय है और इस महीने का नाम सावन ही कैसे पड़ा.
सावन महीने का नाम सावन क्यों हैं?
हिंदू पंचांग का सबसे पावन महीना सावन माना जाता है. हिंदू महीनों के मुताबिक जब पूर्णिमा के दिन चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में विराजमान होते हैं, तो इस महीने को श्रावण नाम से पुकारा जाता है. देवे के भी देव कहे जाने वाले महादेव को सावन का महीना कई कारणों से अधिक प्रिय है. पुराणों में बताया गया है कि इस पवित्र माह में ही मां पार्वती ने अपने पति के लिए व्रत रखा था, कठोर तपस्या की थी. इसलिए भगवान शिव को यह महीना बेहद प्रिय है. इसी महीने में भगवान शिव धरती पर अवतरित होकर अपने ससुराल पहली बार गए थे. साथ ही आज भी हर वर्ष इस महीने में वो धरती पर अवतरित होते हैं, इसी कारण भगवान भोलेनाथ के साथ उनके भक्तों के लिए भी यह महीना बेहद पवित्र और खास है.
सावन माह में हुआ था समुद्र मंथन
भोलेनाथ को सावन अधिक प्रिय होने का दूसरा कारण समुद्र मंथन है, कहा जाता है इससे निकले विष को जब भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण कर लिया था, तो उनके शरीर का ताप अधिक बढ़ गया था. इस ताप को कम करने के लिए देवताओं ने भगवान शिव पर जल की वर्षा की थी. जिससे शिव जी के शरीर का ताप शीतलता में बदलने लगा था. सावन के महीने में आकाश से जल की वर्षा होती है, इसलिए भगवान शिव को यह माह बहुत प्रिय है.इसके साथ ही प्रकृति में भी कई तरह के बदलाव होते हैं. पेड़- पौधे हरे भरे होने लगते हैं इसलिए भगवान शिव को ये महीना अधिक प्रिय है. वहीं सावन के महीने में आप शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र, फूल आदि चढ़ाते हैं तो भगवान शिव आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं.