कंपनियों से ठगी करने वाला फर्जी एडीएफ पकड़ा
कंपनियों से ठगी करने वाला फर्जी एडीएफ पकड़ा
उद्योग विहार (दिसंबर-2018) नोएडा। सेक्टर-64 में कंपनियों के दस्तावेज की जांच करने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी करने वाले एक फर्जी एडीएफ को पकड़ लिया। इस गैंग के सदस्य द्वारा अब तक विभिन्न कंपनियों से करोड़ों की ठगी करने का अनुमान है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। सेक्टर-64 में आर एंड मोटर्स कंपनी है। एक व्यक्ति खुद को एडीएफ (असिस्टेंट डायरेक्अर आॅफ फैक्ट्रीज) बताते हुए कंपनी में आया। इसने कंपनी के तमाम दस्तावेजों की जांच कराने के लिए कहा। इससे कंपनी में मौजूद अधिकारियों ने उसे तमाम दस्तावेज दिखाने शुरू कर दिए। इस दौरान कंपनी के अधिकारी कोउसकी गतिविधि पर शक हुआ। तो उन्होंने अपने सलाहकार श्रम कानून को सूचित किया। माथुर नोएडा के एडीएफ ब्रिजेश कुमार को जानते थे।
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उन्होंने ब्रिजेश कुमार को फोन कर उसके बारे में पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया। इसके बाद आरोपी ने भागने की कोशिश की। मगर कंपनी के कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया। मौके पर पहुंची पुलिस उसे हिरासत में लेकर थाने ले आई। आरोपी की पहचान ब्रिजेश निवासी लखनऊ के रूप में हुई है। उप निदेशक कारखाना ओ पी भारती ने बताया की शनिवार को उक्त कम्पनी के लीगल एडवाइजर आर सी माथुर एवं ‘लॉ ऑफ लेबर’ एडवाइजर्स एसोसिएशन उ.प्र. के प्रदेश अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह का फोन आया की कंपनी के अधिकारीयों को सहायक निदेशक कारखाना बृजेश कु सिंह उगाही के लिए धमका रहे हैं। जानकारी की गयी तो पता चला की यह क्षेत्र तो बृजेश का है ही नहीं यहाँ तो सहायक निदेशक कारखाना राम बहादुर तैनात हैं। इसने एक युवक को पहले भी धमकाकर यहाँ पर नौकरी पर लगवा दिया था। सहायक निदेशक कारखाना राम बहादुर ने कारखाने पहुँच कर पुलिस को बुला लिया और आरोपित को सौंप दिया। फेस थ्री कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी ने बताया की जाँच में आरोपित ने अपना नाम बृजेश पुत्र पंचशील मूल निवासी लखनऊ बताया। नोएडा में वह मामूरा में रहता है तथा पहले भी धारा 151 में बंद हो चुका है।
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