निर्माण श्रमिकों को अगले माह और 1000 रुपये

Apr 30, 2020

निर्माण श्रमिकों को अगले माह और 1000 रुपये

योगी सरकार पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते के तौर पर 1000 रुपये की दूसरी किस्त देगी। शासन स्तर पर इस बारे में निर्णय के बाद श्रम विभाग ने आदेश भी जारी कर दिया है। निर्माण श्रमिकों को दूसरी किस्त का भुगतान पहली मई से शुरू हो जाएगा।

कोरोना संक्रमण के कारण घोषित लॉकडाउन से आर्थिक और निर्माण गतिविधियां ठप हैं। ऐसे में निर्माण क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते के तौर पर 1000 रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की थी। यह रकम निर्माण कार्यों के एवज में वसूले गए लेबर सेस फंड से देने का निर्णय हुआ था। उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में 20.37 लाख निर्माण श्रमिक पंजीकृत हैं। सरकार के फैसले के क्रम में इनमें से 15.85 लाख श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते के तौर पर अब तक 1000 रुपये की पहली किस्त दी जा चुकी है। पहली किस्त के भुगतान पर 158.5 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

इस बीच लॉकडाउन घोषित हुए एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। लिहाजा शासन ने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को एक और माह के लिए भरण-पोषण भत्ते की दूसरी किस्त देने का निर्णय किया है। प्रमुख सचिव श्रम सुरेश चंद्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते के रूप में तीन महीने तक आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया था। निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते की दूसरी किस्त के तौर पर 1000 रुपये और देने के बारे में शासनादेश जारी कर दिया गया है। पहली मई से दूसरी किस्त भेजने का काम शुरू हो जाएगा। संयोगवश पहली मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस भी है।

प्रमुख सचिव श्रम ने बताया कि जिन निर्माण श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ते की पहली किस्त मिल चुकी है, उन्हें दूसरी किस्त का भुगतान किया जाएगा। जिन्हें पहली किस्त नहीं मिली, उन्हें दोनों का भुगतान एक साथ कर दिया जाए।

कोरोना आपदा के समय पैरामेडिकल व सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण प्राप्त 30 युवा मददगार बनेंगे। कौशल विकास विभाग की ओर से ऐसे युवाओं की सूची तैयार की गई है। इन्हें जरूरत के अनुसार अस्पतालों में विभिन्न कार्यो व मास्क इत्यादि बनाने के काम में लगाया जाएगा। यह सभी विद्यार्थी निश्शुल्क सेवा देंगे और इन्हें विशेष सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसके लिए कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी को सूची सौंपी।

मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने बताया कि बीते तीन वर्षो में कौशल विकास विभाग से पैरामेडिकल कोर्सेज में प्रशिक्षण प्राप्त 10478 युवा और सिलाई-कढ़ाई की ट्रेनिंग प्राप्त 19913 छात्र-छात्रओं के नाम, फोन नंबर सहित सूची सभी जिलाधिकारियों को भेजी गई है। पैरामेडिकल की ट्रेनिंग प्राप्त युवाओं को अस्पतालों में तैनात करने से वहां पहले से कार्य कर रहे स्टाफ को छुट्टी इत्यादि में आसानी होगी। वहीं सिलाई-कढ़ाई की ट्रेनिंग प्राप्त युवा मास्क व फेसकवर आदि बनाने में मदद करेंगे। ये सभी युवा निश्शुल्क सेवा करेंगे और इन्हें इसके लिए विशेष सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

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