मैक्स अस्पताल के 33 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए

Apr 28, 2020

मैक्स अस्पताल के 33 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए

हॉटस्पाट से घिरे होने के कारण बढ़े मामले करीब 33 स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने के मामले में मैक्स अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आसपास में कई हॉटस्पाट होने के कारण यहां मामले बढ़े हैं। दरअसल यहां के कई कर्मचारी भी उन हॉटस्पाट में रहते हैं। अस्पताल का कहना है कि मैक्स हेल्थकेयर के 24 हजार कर्मचारियों के साथ अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों की जांच की जा रही है। अब तक तीन हजार कर्मचारियों की जांच हुई जिनमें दो फीसद लोग संक्रमित पाए गए हैं। यानी पूरे ग्रुप में करीब 60 लोग संक्रमित हुए हैं। लेकिन पटपड़गंज में यह औसत काफी ज्यादा है।

आम लोगों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों पर भी कोरोना का कहर जारी है। इसकी चपेट में अब पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल भी आ गया है। यहां के 33 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें दो डॉक्टर, 23 नर्सिंग स्टाफ के अलावा टेक्नीशियन और अटेंडेंट भी शामिल हैं। इन सभी को साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है। साकेत के अस्पताल में कोरोना के लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इन सभी की हालत अभी सामान्य है। किसी को आक्सीजन या वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया है।

दरअसल 14 अप्रैल को अस्पताल प्रशासन ने घोषणा की थी कि वह अपने सभी 24000 कर्मियों की कोरोना जांच करवाएगी। इसके तहत पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में अब तक 581 कर्मचारियों की जांच की गई है। इनमें से अधिकांश रिपोर्ट आ गई है। इसमें 33 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इन संक्रमित कर्मचारियों के संपर्क में आए करीब डेढ़ सौ कर्मचारियों को एक हॉस्टल में क्वारंटाइन कर दिया गया है। खास बात यह है कि करीब चार सौ बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल में कोरोना का इलाज नहीं हो रहा था। इसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के संक्रमित होने से हड़कंप मच गया है।

हालांकि अभी इसे बंद नहीं करने का फैसला किया गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि चूंकि मरीज कम भर्ती हैं और बचे हुए कर्मचारियों के साथ उनका इलाज किया जाएगा। अस्पताल को सैनिटाइज भी करने की तैयारी है। यहां सबसे पहले डायलिसिस के लिए आए एक मरीज के संक्रमित होने का मामला सामने आया था। संक्रमण का स्नोत उसी मरीज को माना जा रहा है। इस बीच जिला प्रशासन इसे कंटेनमेंट जोन में तब्दील करने पर विचार कर रहा है। इससे पहले साकेत स्थित अस्पताल में भी एक डॉक्टर समेत तीन कर्मचारी संक्रमित मिले थे। इसके बाद 39 कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि पहले संक्रमित डॉक्टर को छुट्टी दे दी गई है।

कोरोना के संदिग्ध कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग (डीओपीडी) के एक अधिकारी की आरएमएल अस्पताल में मौत हो गई। अभी उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनकी मौत कोरोना के कारण हुई या अन्य बीमारी के कारण। एहतियातन इस विभाग की बिल्डिंग को सील कर दिया गया है और सभी कर्मचारियों को क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। इस घटना से विभाग के अधिकारी सहमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार से ही उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। वह असहज महसूस कर रहे थे। रविवार को एंबुलेंस बुलाकर वे आरएमएल अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे, लेकिन शाम को उनकी मौत हो गई।

मध्य जिले में तैनात 17 पुलिस कर्मी अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनके संपर्क में आने वाले अन्य पुलिस कर्मी भी क्वारंटाइन हैं। यह पहला जिला है, जिसमें लगातार पुलिस कर्मी संक्रमित मिल रहे हैं। इसकी वजह जमाती बताए जा रहे हैं। तब्लीगी मरकज से बड़ी संख्या में जमाती इस जिले के विभिन्न थानाक्षेत्रों में स्थित मस्जिदों में रुके थे। मध्य जिले के जो 17 पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनमें 9 चांदनी महल, 5 नबी करीम, 2 जामा मस्जिद व एक देशबंधु गुप्ता रोड थाने का है।

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