युवाओं के लिए भी खतरनाक है पानी में मिला आर्सेनिक
युवाओं के लिए भी खतरनाक है पानी में मिला आर्सेनिक
उद्योग विहार (जून 2019)- नई दिल्ली। आर्सेनिक मिले दूषित जल का बड़ा दुष्प्रभाव सामने आया है। ताजा शोध के मुताबिक आर्सेनिक के कारण युवाओं के दिल में खून की पंपिंग करने वाला हिस्सा मोटा होने लगता है इससे भविष्य में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऑस्ट्रिया के हॉस्पिटल हीटिजंग के शोधकर्ता गेनोट पिछला ने कहा कि भूमिगत जल का इस्तेमाल करने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि अगर पानी में आर्सेनिक हुआ तो दिल को खतरा हो सकता है। आर्सेनिक से दिल की बीमारियों के खतरों को लेकर पहले भी शोध सामने आ चुके हैं। अध्ययन में १,३३७ लोगों से जुड़े डेटा का विश्लेषण किया गया है इनकी औसत आयु ३०.७ साल थी अल्ट्रासाउंड ईसीजी के जरिए इनके दिल का आकार आकृति व कार्यप्रणाली को जांचा गया। आर्सेनिक के संपर्क में आने वालों में दिल में बदलाव का खतरा 58 फीसद तक ज्यादा पाया गया है। मल जाट से चलेगा लीवर सिरोसिस का पता वैज्ञानिकों ने जानलेवा बीमारी लीवर सिरोसिस कि समय रहते जांच का तरीका खोजा है भारतवंशी समीर वैज्ञानिकों के एक दल ने पाया है कि मल में पाए जाने वाले सूक्ष्म जीवों से व्यक्ति में लीवर सिरोसिस का पता लगाया जा सकता है लिवर सिरोसिस को लीवर के लिए कैंसर के बाद सबसे घातक बीमारी माना जाता है अमेरिका के यूसी सैन डियागो स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर रोहित लूंबा ने कहा अगर हम इस बीमारी की समय से जांच कर ले तो इसके इलाज की दिशा में भी प्रभावी कदम बढ़ाया जा सकता है वैज्ञानिकों ने नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज सिरोसिस की जांच म मे सफलता हासिल की है।
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