भारत ने टेस्टिंग किट पर लगाया प्रतिबंध तो तिलमिला उठा चीन

Apr 29, 2020

भारत ने टेस्टिंग किट पर लगाया प्रतिबंध तो तिलमिला उठा चीन

भारत में कोविड-19 की जांच के लिए चीनी कंपनियों से आयातित टेस्टिंग किट पर रोक लगाए जाने से चीन सरकार बौखला गई है। इन टेस्टिंग किट की गुणवत्ता को दोषपूर्ण मानते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने सोमवार को सभी राज्यों को यह निर्देश दे दिया कि इनका इस्तेमाल नहीं करें। भारत के इस कदम पर नई दिल्ली स्थित चीन के दूतावास ने बेहद तल्ख प्रतिक्रिया दी है। चीनी दूतावास की प्रवक्ता शी रोंग ने इस फैसले को चिंताजनक, पूर्वाग्रह से पूर्ण बताया है। वहीं, भारत को रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट देने वाली कंपनी वोंडफो ने इस पर गहरी निराशा जताई और कहा कि वह भी इस आरोप की जांच करेगी।

चीनी दूतावास की प्रवक्ता शी रोंग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर चीन सरकार का पक्ष रखा। इसमें कहा गया है, आइसीएमआर ने चीन की जिन दो कंपनियों से किट मंगवाने का फैसला किया था, उन किट को नेशनल मेडिकल प्रोडक्टस एडमिनिस्ट्रेशन लिमिटेड (एनएमपीए) और भारत के राष्ट्रीय वायरोलोजी संस्थान पुणो से मंजूरी मिली थी। उक्त दोनों संस्थान सभी तरह के अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने में सक्षम हैं। जिन दो कंपनियों ने भारत को निर्यात किया है, वे यूरोप, लैटिन, अमेरिका और एशिया के दूसरे देशों को भी उक्त उत्पाद भेज रही हैं। साथ ही रैपिड टेस्टिंग किट के भंडारण, परिवहन और उपयोग की कड़ी शर्ते हैं। अगर निर्देशों के मुताबिक इनका उपयोग नहीं किया जाए तो टेस्टिंग के परिणाम बदल सकते हैं। उन्होंने आगे कहा है कि कुछ विशिष्ट व्यक्तियों के लिए चीनी उत्पादों को दोषपूर्ण के रूप में लेबल करना व पूर्वाग्रह के साथ मुद्दों को देखना अनुचित और गैर जिम्मेदाराना है। चीन कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में ईमानदारी से भारत का समर्थन करता है।

इस प्रतिक्रिया पर सरकारी सूत्रों ने कहा है कि खरीद समझौता कंपनियों के साथ हुआ है, चीन सरकार से नहीं। कोई गड़बड़ी हुई है तो यह उन कंपनियों के स्तर पर हुई है। फिलहाल जिन दो कंपनियों की किट में गड़बड़ी पाई गई है उनसे अब भारत कोई खरीद नहीं करेगा। पहले भी भारत के फैसले पर चीन ने जताई थी नाराजगी
यह लगातार दूसरा मौका है, जब चीनी दूतावास ने भारत के किसी फैसले पर खुलकर अपनी अप्रसन्नता जताई है। इसके पहले 18 अप्रैल 2020 को जब भारत ने अपनी एफडीआइ नीति में बदलाव करते हुए चीनी कंपनियों के लिए मुश्किल खड़ी की थी, तब भी इसी तरह की प्रतिक्रिया जताई गई थी।

देश में आ चुकी हैं पांच लाख रैपिड एंटीबॉडी टेस्टिंग किट चीन की तिलमिलाहट के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि उसकी रैपिड एंटीबॉडी टेस्टिंग किट पर भारत जैसे बड़े देश ने अंगुली उठाई है। भारत ने चीन की कंपनियों से इस तरह की तकरीबन 12 लाख किट के आयात का कांट्रैक्ट किया है। पांच लाख किट पहले ही पहुंच चुकी हैं, जिसे लेकर अब सवाल उठ गए हैं। आइसीएमआर ने सोमवार को कहा था कि इस किट पर प्रतिबंध लगाने से भारत को आर्थिक हानि नहीं होगी, क्योंकि अभी तक भुगतान नहीं किया गया है।

यह भी पढ़े-

क्यों थामें हाथ, जब श्रमिक छोड़ रहे साथ http://uvindianews.com/news/why-hold-hands-when-workers-leave

आपकी राय !

अग्निवीर योजना से कितने युवा खुश... और कितने नहीं वोट करे और कमेंट में हमे वजह बातए ? #agniveer #agniveeryojana #opinionpoll

मौसम