भारतीय मूल की सांसद कमला हैरिस नहीं लड़ेंगी राष्ट्रपति चुनाव, बंद किया चुनावी अभियान

Dec 11, 2019

भारतीय मूल की सांसद कमला हैरिस नहीं लड़ेंगी राष्ट्रपति चुनाव, बंद किया चुनावी अभियान

-उद्योग विहार (दिसंबर 2019)- नई दिल्ली। 
कैलिफॉर्निया की डेमोक्रेटिक सांसद कमला हैरिस ने वर्ष 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया है। 55 वर्षीय भारतीय मूल की कमला हैरिस ने बुधवार को इस बात की घोषणा की कि वह अपना चुनाव प्रचार अभियान बंद कर रही हैं। बता दें कि पिछले कुछ समय से हैरिस की पोलिंग लोकप्रियता में गिरावट दर्ज की जा रही थी। कमला हैरिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, मैं अपने समर्थकों को गहरे अफसोस और पूरी कृतज्ञता के साथ माफी मांगते हुए बताना चाहती हूं कि मैं आज अपना चुनावी अभियान खत्म कर रही हूं। लेकिन मैं आपसे साफ कर देना चाहती हूं कि लोगों को न्याय और सभी को न्याय जिसके लिए यह अभियान है, मैं उसके लिए प्रतिदिन लड़ूंगी। कमला हैरिस ने अगले साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए जब अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया था, तब प्रचार अभियान शुरू करने से पहले ही उन्हें इस शीर्ष पद के लिए फ्रंट रनर के रूप में देखा जा रहा था। हैरिस ने अपने गृहनगर ऑकलैंड (कैलिफॉर्निया) में समर्थकों की भारी भीड़ के बीच इस साल जनवरी में चुनाव प्रचार का आगाज किया था। हेल्थकेयर जैसे मुद्दों पर सुस्पष्ट विजन के अभाव के चलते उन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।

2.3 करोड़ डॉलर जुटाए
आपको बता दें कि कमला हैरिस ने राष्ट्रपति पद की दावेदारी की इस साल जनवरी में घोषणा करने के बाद से अब तक 2.3 करोड़ डॉलर जुटा लिए थे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए हैरिस के अभियान ने 2019 की दूसरी तिमाही में दो लाख 79 हजार से अधिक लोगों से करीब 1.2 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। उन्होंने इस अभियान के तहत 2.3 करोड़ डॉलर एकत्रित किए हैं। दूसरी तिमाही के दौरान हैरिस के अभियान में लगभग डेढ़ लाख नए दानकर्ताओं ने योगदान दिया है। अभियान की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, हैरिस ने अपने डिजिटल कार्यक्रम के माध्यम से ही 70 लाख डॉलर से अधिक की राशि जुटा ली है।

यह भी पढ़े-

चीन ने बनाया अपना सूरज, असली वाले से 10 गुना ज्यादा दमदार!, जानने के लिए लिंक पे क्लिक करे http://uvindianews.com/news/china-made-its-sun-10-times-stronger-than-the-original-one

आपकी राय !

हमारे राज्य में औद्योगिक मजदूरों के हित में क्या कानून है

मौसम