उद्योगों के पानी की योजना भूला निगम
उद्योगों के पानी की योजना भूला निगम
-उद्योग विहार (जुलाई 2019)- गाजियाबाद।
उद्योगों में पानी की कमी के कारण कामकाज प्रभावित हो रहा है। नगर निगम अधिकारी औद्योगिक क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराने की योजना को फाइलों से बाहर नहीं ला पाए। महीनों पहले बोर्ड से डीपीआर मंजूर होने के बावजूद इंदिरापुरम और डूंडाहेड़ा में टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम शुरू हो पाया। पैसा जुटाने के लिए 150 करोड़ रूपये का बाॅन्ड लांच करने की योजना भी अटक गई है। शहर में उद्योगों के लिए पानी आपूर्ति की व्यवस्था बेहद खराब है। उद्योग बंधु की बैठक में बार-बार समस्या उठाने पर इंदिरापुरम और डूंडाहेड़ा एसटीपी पर टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना तैयार की गई थी। इन प्लांटों में सीवर के पानी को साफ करके उद्योगों में आपूर्ति की जा सकती है। इस योजना की डीपीआर में बताया गया था कि साफ होने के बाद पानी की टीडीएस 500 से कम होगा। जैविक आॅक्सीजन मांग (बीओडी) पांच मिलीग्राम प्रति लीटर से कम रहेगी। केमिकल आॅक्सीजन डिमांड (सीओडी) 50 एमजी लीटर प्रति लीटर से कम रहेगी। बताया था कि इंदिरापुरम में टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट लगाने पर 232.61 करोड़ रूपये की लागत आएगी। यहां से साहिबाबाद, लोनी, राजेंद्र नगर और श्याम पार्क औद्योगिक क्षेत्र के लिए 40 एमएलडी पानी दिया जाएगा। डूंडाहेड़ा में टर्शरी ट्रीटमेंट प्लांट बनाने में 217 करोड़ रूपये की लागत आएगी। इस प्लांट से कविनगर, बुलंदशहर औद्योगिक क्षेत्र, साउथ साइड औद्योगिक क्षेत्र, जीटी रोड और मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र को 40 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाएगी। लेकिन, छह महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बावजूद इस योजना पर काम शुरू नहीं हो पाया है।
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