बाइक बोट घोटाला मामले में आईपीएस की भी होगी जांच

Mar 17, 2020

बाइक बोट घोटाला मामले में आईपीएस की भी होगी जांच

बाइक टैक्सी चलवाने का झांसा देकर करीब 1.75 लाख निवेशकों से तीन हजार करोड़ से अधिक के बहुचर्चित ह्यबाइक बोटह्ण घोटाले में एक आइपीएस अधिकारी की भूमिका भी जांच के घेरे में है। बाइक बोट कंपनी के एक बड़े कार्यक्रम में गौतमबुद्ध नगर में तैनात रहे एक आइपीएस अधिकारी के शामिल होने की जानकारी सामने आने के बाद आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) उनकी भूमिका की जांच भी करेगी। सूत्रों का कहना है कि आइपीएस अधिकारी के बारे में जांच एजेंसी ने कुछ अन्य जानकारियां भी जुटाई हैं। ईओडब्ल्यू इसी माह आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने की तैयारी में है। शासन के निर्देश पर ईओडब्ल्यू ने गौतमबुद्ध नगर में बाइक बोट घोटाले के मामले में दर्ज कराए गए 53 मुकदमों की जांच शुरू की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मामले में मनी लांडिंग के तहत केस दर्ज कर जांच कर रहा है। ध्यान रहे, नोएडा निवासी बसपा नेता संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनाई थी और बाइक बोट नाम से मल्टीलेवल मार्केटिंग स्कीम के तहत निवेशकों को ठगा था। कंपनी ने एक टैक्सी बाइक के लिए करीब 62 हजार रुपये निवेश करने पर हर माह सुनिश्चित रकम देने व एक साल में जमा रकम दो गुना होने का दावा कर नोएडा के अलावा दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा तक के निवेशकों की गाढ़ी कमाई हड़पी है। वर्ष 2016 से वर्ष 2019 के बीच करीब 1.75 लाख निवेशकों ने कंपनी में निवेश किया था। वर्ष 2019 में निवेशकों ने गौतमबुद्ध नगर में आरोपित संजय भाटी समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज कराए थे। जांचों पर भी कोरोना वायरस का असर ईओडब्ल्यू व विशेष जांच दल (एसआइटी) की जांचों पर कोरोना वायरस का असर भी देखने को मिल रहा है। विवेचकों को भी फील्ड में जाने को लेकर पूरी सक्रियता बरतने की हिदायत दी गई है। ईओडब्ल्यू में सोमवार को सभी सेक्टर की त्रैमासिक बैठक रद कर दी गई। बैठक में दूसरे जनपदों से अधिकारियों व विवेचकों को लखनऊ स्थित मुख्यालय आना था। डीजी ईओडब्ल्यू डॉ. आरपी सिंह ने कोरोना वायरस को लेकर बरती जा रही सावधानियों के दृष्टिगत बैठक रद कर दी।

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