अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री ने संभाली कमान

May 01, 2020

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री ने संभाली कमान

अर्थव्यवस्था को कोरोना महामारी के दुष्चक्र से निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमान संभाल ली है। प्रधानमंत्री ने दो दिन पहले राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा था कि वे देसी-विदेशी निवेशकों को आकर्षति करने के लिए खास कोशिश करें। अब मोदी स्वयं भी अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ भारत को निवेशकों का पसंदीदा स्थल बनाने की नई रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। गुरुवार को पीएम मोदी ने एक के बाद एक उच्चस्तरीय बैठक कर निवेशकों को लुभाने की भावी रणनीति का खाका खींचा।

इस रणनीति में निवेशकों को आसानी से जमीन उपलब्ध कराने से लेकर उन्हें राज्यों के स्तर पर हर तरह की मंजूरी बगैर किसी समस्या के देने का इंतजाम होगा। पीएम ने अपने सभी सहयोगियों को निर्देश दिया कि निवेश प्रस्ताव पर समयबद्ध तरीके से फैसला होना चाहिए। पीएम के इस पहल का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है कि कोविड-19 की वजह से चीन में निवेश करने वाली कंपनियां विकल्प की तलाश में हैं। बैठक में चर्चा का एक खास मुद्दा था मौजूदा औद्योगिक जमीन, प्लॉट पर कंपनियों को ह्यप्लग एंड प्लेह की तर्ज पर मैन्यूफैक्चरिंग की सुविधा देना। विदेशी निवेशकों को फास्ट-ट्रैक तरीके से लाने और घरेलू निवेशकों को प्रमोट करने के दूसरे उपायों पर भी विचार किया गया। इस विषय पर भी चर्चा की गई कि राज्यों को निवेश आकर्षति करने की रणनीति में किस तरह से शामिल किया जाए।

मंत्रलयों की भूमिका पर भी चर्चा: बैठक के क्रम में हर मंत्रलय को यह बताया गया कि निवेश संवर्धन व औद्योगिक विकास की राह में जो भी रोड़ा हो, उसे समयबद्ध तरीके से हटाने की क्षमता विकसित करनी होगी। बैठक में वित्त मंत्री, गृह मंत्री, वाणिज्य व उद्योग मंत्री और वित्त राज्य मंत्री व भारत सरकार के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सरकारी सूत्रों के मुताबिक हाल के वर्षो में विदेशी निवेश के लिए घरेलू माहौल को सुधारने के लिए की गई यह सबसे बड़ी बैठक है।

डिफेंस में स्वदेशी पर जोर : मोदी ने सशस्त्र बलों की जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में मजबूत और आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग सुनिश्चित करने के लिए संभावित सुधारों पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री का जोर इस क्षेत्र में मेक इन इंडिया और स्वदेशी को बढ़ावा देने पर है। इससे खर्च कम करने में भी मदद मिलेगी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के बाद देश में निवेश बढ़ाने की रणनीतियों पर गुरुवार को चर्चा की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं एएनआ प्लग एंड प्लेह व्यवस्था पर विचार इस व्यवस्था में देसी-विदेशी कंपनियों को सरकार हर तरह की मंजूरियों के साथ जमीन देगी। कंपनियों को वहां सिर्फ प्लांट लगाना होगा और माल तैयार करना होगा। कई मामलों में प्लांट भी सरकार ही देती है, जहां ठेके पर कंपनियों को सामान बनाने की इजाजत होती है। इसके लिए वित्तीय सुविधा भी सरकार की तरफ से दी जाती है।

खनन उद्योग को बढ़ावा

बैठक में घरेलू स्नोतों से खनिज संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, खनन को बढ़ावा देने, निवेश आकर्षति करने और पारदर्शी तरीके से रोजगार सृजन के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल जैसे विषयों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि खनिज उत्पादन व उनकी प्रोसेसिंग को लेकर आत्मनिर्भर होने पर ध्यान देने की जरूरत है। अतिरिक्त ब्लॉक की नीलामी और खनन एवं परिवहन की लागत को कम करने की दिशा में प्रयास भी चर्चा का विषय रहा।

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