कई जिम्मेदारिओं को निभाने वाली पहली महिला थीं सुषमा स्वराज
कई जिम्मेदारिओं को निभाने वाली पहली महिला थीं सुषमा स्वराज
पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। सुषमा स्वराज भाजपा की एक ऐसी हस्ती थीं जिन्होंने न सिर्फ एक प्रखर वक्ता के रूप में अपनी छवि बनाई, बल्कि उन्हें ‘जन मंत्री’ कहा जाता था। सुषमा जी के निधन से देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में शोक की लहर है। उन्होंने अलग-अलग दौर में विभिन्न तरह की जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। लेकिन कुछ जिम्मेदारियां उनकी ऐसी थी जिसे निभाने वाली वह पहली महिला बनीं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि उन्होंने बतौर महिला ऐसी कौन-कौन ही जिम्मेदारियां थी जिसे उन्होंने पहली बार निभाया।
सबसे कम उम्र में कैबिनेट मंत्री बनीं
हरियाणा के अंबाला शहर में जन्मीं सुषमा स्वराज 1977 में 25 साल की उम्र में चैधरी देवी लाल की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी थीं।
भाजपा की पहली महिला प्रवक्ता
कहा जाता है कि एल के आडवाणी ने सुषमा जी को हमेशा प्रोत्साहित किया। वह पार्टी की बात रखने वाली पहली महिला प्रवक्ता बनीं।
दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री
पार्टी के आंतरिक कलह को देखते हुए भाजपा ने उन्हें 1998 में दिल्ली की जिम्मेदारी सौंपी थी। वह भाजपा की तरफ से भी मुख्यमंत्री बनने वाली पहली महिला रहीं।
पहली महिला नेता प्रतिपक्ष बनीं
एल के आडवाणी ने जब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ा तो पार्टी ने सुषमा स्वराज को यह जिम्मेदारी दी गई। सुषमा स्वराज ने इस जिम्मेदारी को शानदार तरीके से निभाया।
पहली महिला विदेश मंत्री बनीं
2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की जब केंद्र में सरकार बनीं तो वह पहली महिला विदेश मंत्री बनीं। उन्होंने अपने पांच साल का कार्यकाल शानदार तरीके से पूरा किया।
सुषमा स्वराज के सम्मान में हरियाणा और दिल्ली में दो दिन का राजकीय शोक
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार को निधन हो गया। भाजपा नेताओं ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। उनके पार्थिव देह को तीन घंटे के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा जाएगा जहां पार्टी कार्यकर्ता और नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। हरियाणा सरकार ने भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सम्मान में 2 दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। बता दें कि सुषमा हरियाणा के ही अंबाला की रहने वाली थी। इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सुषमा जी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि हरियाणा की इस बेटी ने विश्व पटल पर सदैव भारत एवं भारतवासियों का शीश गर्व से उंचा किया। वह एक ओजस्वी वक्ता थी जिन्होंने संसद से लेकर सड़क तक सबको अपने उच्चकोटि के विचारों से प्रभावित किया। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता व पूर्व केबिनेट मंत्री श्रीमती स्वराज जी के असामयिक निधन से स्तब्ध हूँ। यह मेरे लिए निजी क्षति है। शोक संतप्त परिजनों के साथ मेरीहार्दिक संवेदना हैं, परमेश्वर उन्हें यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। दिल्ली सरकार ने भी उनके निधन पर 2 दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। सुषमा जी दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही थीं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि देश ने एक महाननेता खो दिया। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘भारत ने एक महान नेता खो दिया। सुषमा जी काफी जोशपूर्ण और विलक्षण इंसान थी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’’ वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता आदरणीय सुषमा स्वराज जी के सम्मान में दो दिवसीय राजकीय शोक मनाएगी।’’
सुषमा के निधन से मोदी दुखी, कहा- गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर मंगलवार को गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि भारतीय राजनीति के एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय राजनीति में एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया। भारत एक असाधारण नेता के निधन से शोकसंतप्त है, जिन्होंने जनसेवा और निर्धनों के जीवन में सुधार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। सुषमा जी अपने आप में अलग थीं और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थीं।’’ पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। एम्स के सूत्रों ने बताया कि स्वराज को रात साढ़े नौ बजे से 10 बजे के बीच अस्पताल लाया गया और उन्हें सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया। स्वराज के एम्स में भर्ती होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सहित अनेक वरिष्ठ नेता अस्पताल पहुंचे। जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने और राज्य को दो केन्द्रशासित प्रदेशों में बांटने के सरकार के कदम से बेहद प्रसन्न स्वराज ने मंगलवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी थी। गौरतलब है कि भाजपा की वरिष्ठ नेता का 2016 में गुर्दा प्रतिरोपित किया गया था और स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। उनके परिवार में पति स्वराज कौशल और बेटी बांसुरी हैं।