जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद जिलाधिकारी के 2000 वी0वी0आई0पी0 बच्चे " कुपोषित बच्चों के लिए वी0वी0आई0पी0 व्यवस्था की पहल

जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद जिलाधिकारी के 2000 वी0वी0आई0पी0 बच्चे " कुपोषित बच्चों के लिए वी0वी0आई0पी0 व्यवस्था की पहल

 कुपोषित बच्चों के लिए वी0वी0आई0पी0 व्यवस्था की पहल " सरकार द्वारा 01 सितम्बर , 2019 से 30 सितम्बर , 2019 तक कुपोषण के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान का लक्ष्य कुपोषण के शिकार बच्चों को चिन्हाकित करके सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये पुष्टाहार के माध्यम से सुपोषित कॅटेगिरी में लाये जाने है । जन्म के समय 0 - 2 से 2 . 5 कि०ग्रा० की श्रेणी के बच्चों को लाल श्रेणी में रखा जाता है।  उनका प्रतिमाह वज़न तोला जाता है और सरकारी योजना में निशुल्क नमकिन दलिया , मीठा दलिया और प्रीमिक्स लड्डू आदि मुहैया कराकर उसका वज़न 2 . 5 कि0ग्रा0 से ऊपर ले जाये जाने का लक्ष्य होता है । जब बच्चा 2.5 कि0ग्रा0 से ऊपर का हो जाता है , तो पीली श्रेणी में रखा जाता है । 02 वर्ष के बच्चे का वज़न जब 04 - 05 कि0ग्रा0 हो जाता है , तो उस पीली श्रेणी से सामान्य श्रेणी में डाल दिया जाता है । लाल , पीली श्रेणी के बच्चों के साथ प्रतिमाह बैठक आहूत की जाती है तथा उक्त सरकारी पुष्टाहार के अतिरिक्त बच्चों को केला , दूध , गुड तथा घी आदि प्रतिदिन इच्छानुसार एवं उपलब्धता के अनुसार दिये जाने की सलाह दी जाती है , परन्तु इस सामान्य अभियान के साथ जिलाधिकारी गाजियाबाद श्री अजय शंकर पाण्डेय ने इस अभियान को लेकर एक विशेष पहल की है । इन्होंने जनपद में कुल 2 , 425 अति कुपोषित ( लाल श्रेणी ) बच्चों का चिन्हांकन कराया है और उन्हें वी0वी0आई0पी0 मानते हुए सुपोषित किये जाने की पहल की है । जिलाधिकारी ने बैठक में बाल विकास परियोजन अधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी से यह प्रश्न किया कि यदि उच्च आय वर्ग का कोई बच्चा दुर्भाग्यवश लाल श्रेणी का होता है , तो उसे जिस तहर की डायट एवं चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जाती है , वही कुपोषित निम्न आय वर्ग के बच्चों को भी दी जाये । इसके लिए जिलाधिकारी ने जनपद के निजी चिकित्सालयों , नर्सिंग होम्स में उनके डाक्टरों का सहयोग लेने की पहल की है । रजापुर ब्लॉक में 250 , भोजपुर ब्लॉक में 263 , मुरादनगर ब्लाक में 186 , लोनी ब्लाक में 257 और अकेले शहरी क्षेत्र में 1567 अति कुपोषित बच्चों को विभिन्न निजी चिकित्यालयों से लिंकेज करने की योजना तैयार की गयी है । जिलाधिकारी की इस पहल पर यशोदा अस्पताल कौशाम्बी ने सबसे पहले अपनी सहमति दी है । यशोदा अस्पताल के निदेशक श्री पी०एन० अरोडा ने 500 अति कुपोषित बच्चों को अपनी ओर से निशुल्क चिकित्सकीय सुविधा हेतु वी0वी0आई0पी0 डायट उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है । बाल विकास परियोजना अधिकारी इन चिन्हांकित बच्चों और अस्पताल के बीच में लिंकेज स्थापित करने के लिए अधिकृत की गयी है । निजी चिकित्सक उच्च स्तरीय पोष्टिक आहार जैसे - हॉरलिक्स , नमकीन - बिस्कुट आदि निशुल्क इन बच्चों को उपलब्ध करायेंगे । अपने चिकित्सकों की नियमित देखरेख में रखेंगे और यदि आवश्यक होगा तो उन्हें अपने अस्पताल में एडमिट करके निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी । जिलाधिकारी की इस पहल का यशोदा अस्पताल के साथ कई अन्य निजी चिकित्सालयों ने भी स्वागत किया है और इससे जुडने का संकल्प लिया है । जिलाधिकारी का यह संकल्प है कि सितम्बर माह के अन्त तक लाल श्रेणी का कोई भी बच्चा नहीं रहेगा और अक्तूबर , 2019 तक पीली श्रेणी के बच्चे निकलकर सामान्य श्रेणी में लाये जायेंगे । निजी चिकित्सकों के सहयोग से अभियान चलाने वाले देश का पहला जिला होगा । निजी चिकित्सकों की एसोसिएशन , बाल विकास परियोजना अधिकारी , मुख्य चिकित्साधिकारी की एक संयुक्त बैठक दिनांक 12 - 09 - 2019 को अपरान्ह 12 . 30 बजे की जायेगी ।

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