तब्लीगी जमातियों के बाद अब रो¨हग्या बांट रहे वायरस
तब्लीगी जमातियों के बाद अब रो¨हग्या बांट रहे वायरस
मरकज में जाने वाले सैंकड़ों रोच्हग्या शरणार्थी हैं गायब निजामुद्दीन मरकज में जुटे तब्लीगी जमातियों के बाद अब रोच्हग्या शरणार्थी दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं। दरअसल, सैंकड़ों रोहग्या शरणार्थी गायब बताए जा रहे हैं, यह सभी लोग मरकज में गए थे। इसके बाद से इनका कोई पता नहीं चल रहा है। ऐसे में इनके किसी कट्टरपंथी संगठन के इशारे पर यह कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ावा देने की साजिश में भी जुटे होने की आशंका जताई जा रही है।
तब्लीगी जमात के लोगों द्वारा डॉक्टरों से अभद्रता, जगह-जगह थूककर वायरस को फैलाने की कोशिश और पुलिस प्रशासन के काम में रोड़ा अटकाने की घटनाएं सामने आने के बाद गृह मंत्रलय ने सभी राज्य सरकारों से हाल ही में रोच्हग्या शरणार्थियों के बारे में पता लगाने के लिए कहा था। राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में यह भी कहा था कि पता लगाया जाए कि जो शरणार्थी जमात में शामिल हुए थे। वे मौजूदा समय में कैंपों में हैं अथवा नहीं हैं।
दरअसल, दिल्ली के कैंपों में रहने वाले शरणार्थी अपने कैंपों में नहीं लौटे हैं। 13 से 15 मार्च के बीच मरकज में देश विदेश से करीब 9000 लोग पहुंचे थे। इसमें दिल्ली के विभिन्न कैंपों में रहने वाले करीब 900 रोहग्या में से सैंकड़ों रोहग्या के भी मरकज में जाने का जांच एजेंसियों को इनपुट मिला है। खास बात यह है कि ये लोग मरकज में जाने के बाद वापस अपने कैंपों में नहीं गए हैं। ऐसे में जांच एजेंसियों को डर है कि कहीं ये लोग संक्रमण के प्रसार की साजिश को अंजाम तो नहीं दे रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ सालों में 1200 रोच्हग्या मुस्लिम म्यामार से दिल्ली आए, इनमें 300 दूसरे राज्यों में चले गए। 900 रोच्हग्या दक्षिण-पूर्वी, उत्तर-पूर्वी, बाहरी, द्वारका व पश्चिमी जिले में रहते हैं।
राजधानी दिल्ली ही नहीं पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के लिए भी रोहग्या शरणार्थी बड़ी चुनौती बनते दिख रहे हैं। प्रदेश के आठ जिलों में 369 रोच्हग्या शरणार्थियों के छिपे हुए बताए जा रहे हैं। खुफिया सूत्रों की मानें तो ये शरणार्थी तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं और मरकज में आयोजित कार्यक्रम भी शामिल हुए थे। ऐसे में अब इन्हें ढूंढकर कोविड-19 जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के 8 जिलों में छिपे हैं 369 रोहग्या |
यह भी पढ़े-
अनिवार्य सेवानिवृत्ति का सक्षम अधिकारी दे सकते हैं आदेश http://uvindianews.com/news/the-competent-officer-can-order-compulsory-retirement