कोरोना की दहशत कम नहीं हुई, अब चेचक जैसी बीमारी मंकीपाक्स को लेकर अलर्ट, एडवाइजरी जारी

May 26, 2022
Source: https://www.jagran.com

कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है और एक नयी बीमारी सामने आ रही है जिसका नाम मंकीपाक्‍स। कई देशों में मंकीपाक्‍स के मरीज सामने आने के बाद अलीगढ़ स्‍वास्‍थ्‍य विभाग भी अलर्ट हो गया है। इसके लिए सरकार ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ और मंकीपाक्स का खतरा मंडराना शुरू हो गया है। कई देशों में मंकीपाक्स के मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। चेचक जैसी इस बीमारी से बचाव के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके अंतर्गत दूसरे देशों से आए यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। संदिग्ध रोगियों के सैंपल लेकर नई दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल में जांच को भेजे जाएंगे।

मंकीपाक्‍स की दहशत

अपर निदेशक (चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डा. वीके सिंह ने बताया कि विगत 21 दिनों में यदि कोई व्यक्ति यूके, यूएसए, यूरोप, आस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे ऐसे देशों की यात्रा करके लौटा हो और शरीर पर चकत्ते, दाने, बुखार या फिर सूजन आदि दिखाई देे, वे तुरंत जिला सर्विलेंस अधिकारी से संपर्क करें। यह मंकीपाक्स हो सकता है। यह जानवरों से मानवों में या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यह वायरस कटी-फटी त्वचा और बहुत छोटे घाव से सांस नली या म्यूकोसा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। खांसने-छींकने पर बढ़े आकार के रेस्पिरेट्री ड्रापलेट के माध्यम से दूसरे को संक्रमित कर सकता है। अन्य श्रोत में दीर्घ अवधि का निकट संपर्क आवश्यक है। शारीरिक द्रव्यों या घाव के श्राव के साथ सीधे संपर्क से अथवा अप्रत्यक्ष संपर्क जैसे संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों तथा बिस्तर के माध्यम से भी संचरित हो सकता है। इनक्यूबेशन पीरियड आम तौर पर सात से 14 दिन का होता है।

बीमारी के प्रसार की आशंका

मंडलीय सर्विलेंस अधिकारी डा देवेंद्र वार्ष्णेय ने बताया कि भारत में मंकीपाक्स का कोई मरीज सूचित नहीं पाया गया। लेकिन, 20 मई 2022 तक कई देशों से मंकीपाक्स के मामले सूचित हुए है। हालांकि, कोई मृत्यु सूचित नहीं हुई है, लेकिन बीमारी के प्रसार की आशंका बनी हुई है। सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। विभाग भी ऐसे यात्रियों पर नजर रखेगा। चिकित्सकों की सलाह दी गई है कि वे त्वचा रोगियों के मामले में सावधानी बरतें। संदिग्ध रोगियों की जांच कराने में संकोच न करें। ये सैंपल नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल को भेजे जाएंगे।

ऐसे होगा बचाव

-मास्क लगाए, दो गज की दूरी बनाएं रखें।

-हाथों को सैनिटाइज करते रहें।

-अपने आसपास घर में सफाई रखें।

- विदेश से आए यात्री कुछ दिन आइसोलेट रहें।

- कोई भी समस्या होने पर डाक्टरी सलाह जरूर लें।

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