अधिकारी-कर्मचारियों पर गिरी प्राधिकरण सीईओ की गाज

Nov 09, 2019

अधिकारी-कर्मचारियों पर गिरी प्राधिकरण सीईओ की गाज

शहर में स्वच्छता, अतिक्रमण, अवैध निर्माण पर प्राधिकरण का रुख सख्त

शहर में स्वच्छता, अतिक्रमण, अवैध निर्माण पर प्राधिकरण ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इसके तहत शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने करीब 12 अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। इसमें जनस्वास्थ्य अधिकारियों को कड़ी चेतावनी जारी की है, साथ ही कुछ को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की और कुछ को निलंबित कर दिया गया है। दो संविदाकार की सेवा ही समाप्त कर दी है। बता दें कि नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने 5 नवंबर को शहर के सेक्टरों का निरीक्षण किया। इस दौरान शौचालयों की साफ-सफाई, संचालन की स्थिति, सड़कों की स्थिति, नालियों एवं गलियों की साफ-सफाई, स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण की सड़को पर स्थिति का जायजा लिया था। इन अधिकारी-कर्मचारी पर गिरी गाज : लापरवाही बरतने पर जन स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक एससी मिश्र को चेतावनी, परियोजना अभियान (जन स्वास्थ्य-2) आरके शर्मा को कठोर, प्रबंधक/ सहायक परियोजना अभियंता (जन स्वास्थ्य-1) गौरव बंसल को कड़ी चेतावनी जारी की है। साथ ही विभाग प्रबंधक/ सहायक परियोजना अभियंता (जन स्वास्थ्य-2) ब्रह्मपाल, सफाई निरीक्षक (सेक्टर-41) गोपाल कृष्ण शर्मा, (सेक्टर 122-सर्फाबाद) बिरेंद्र सिंह, सफाई सुपरवाइजर (सेक्टर-41) कुशलपाल सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई है। यहीं नहीं सफाई सुपरवाइजर (सेक्टर-122-सर्फाबाद) मुकेश शर्मा के साथ लेखपाल (भंगेल-सलारपुर) निर्देशपाल को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा प्रभारी सुपरवाइजर/ सफाईकर्मी (श्रम संविदाकार) देवदत्त और अवर अभियंता (श्रम संविदाकर/ सर्कल-8) विष्णु दयाल की सेवा समाप्त कर दी गई है। इस दौरान ठेकेदार कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करते हुए डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाली एजेंसी इजी इनवॉयरों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। भविष्य में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के दौरान यदि फिर इस तरह के कार्यो की पुनरावृत्ति मिली, दोबारा कार्रवाई की जाएगी।

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