कर्ज संकट / एस्सेल ग्रुप ने म्यूचुअल फंडों के पैसे लौटाने के लिए 6 माह का समय मांगा, इन्वेस्टर फंसे

Apr 12, 2019

कर्ज संकट / एस्सेल ग्रुप ने म्यूचुअल फंडों के पैसे लौटाने के लिए 6 माह का समय मांगा, इन्वेस्टर फंसे

ग्रुप की कंपनियों के डिफॉल्ट के कारण फंड भी निवेशकों को पैसे नहीं दे पा रहे
एस्सेल ग्रुप में म्यूचुअल फंडों का 7500 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट

एस्सेल ग्रुप की कंपनियों के डिफॉल्ट का असर म्यूचुअल फंड निवेशकों पर हो रहा है। इन कंपनियों ने म्यूचुअल फंडों को पैसे लौटाने के लिए 6 महीने का समय मांगा है। आदित्य बिड़ला म्यूचुअल फंड के सीईओ ए. बालासुब्रमणियन ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एस्सेल ग्रुप में इनवेस्ट करने वाले सभी 8 म्यूचुअल फंडों ने सितंबर तक समय देने पर सहमति जताई है।

1800 करोड़ का निवेश क्लोज-एंडेड स्कीमों के जरिए

सुभाष चंद्रा के एस्सेल ग्रुप में 8 फंडों ने करीब 7,500 करोड़ का निवेश किया है। इसमें से 1,800 करोड़ का इन्वेस्टमेंट क्लोज-एंडेड स्कीमों के जरिए हुआ है। क्लोज-एंडेड स्कीमों में इन्वेस्टर मैच्युरिटी के बाद ही पैसे निकाल सकते हैं। मौजूदा संकट इन्हीं को लेकर है।

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कोटक फंड की चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर लक्ष्मी अय्यर ने कहा कि जी में उनका इन्वेस्टमेंट 370 करोड़ का है। इसका 98% क्लोज-एंडेड स्कीमों से है। कोटक का डेट फंड एक लाख करोड़ रुपए का है। यह उसका सिर्फ 0.38% है।

एस्सेल ग्रुप की अनलिस्टेड कंपनियों एडिसंस यूटिलिटी वर्क्स और कोंटी इन्फ्रापावर से पैसे नहीं मिलने के कारण कोटक और एचडीएफसी म्यूचुअल फंडों ने बुधवार को अपने इन्वेस्टर्स के पैसे लौटाने के लिए समय मांगा था।

    * 8 म्यूचुअल फंडों ने जी ग्रुप की कंपनियों में पैसे लगाए हैं।
   
* 55 फिक्स्ड मैच्युरिटी स्कीमों के जरिए 7,500 करोड़ निवेश किया है।
   
* 1,800 करोड़ का इन्वेस्टमेंट क्लोज-एंडेड स्कीमों के जरिए हुआ है

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