अब प्लास्टिक व कुपोषण के खिलाफ लड़ेगा देश
अब प्लास्टिक व कुपोषण के खिलाफ लड़ेगा देश
'मन की बात' में पीएम ने लोगों से की सक्रिय भागीदारी की अपील
सेहत और संतुलित समाज के लिए आने वाले दिनों में दो बड़े अभियान शुरू होने जा रहे हैं। सितंबर से जहां कुपोषण के खिलाफ अभियान का आगाज होगा, वहीं गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर से पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे प्लास्टिक पर चोट होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ह्यमन की बातह्ण में लोगों से इन दोनों अभियानों में सक्रिय भागीदारी की अपील की है।
प्रधानमंत्री ने प्लास्टिक के खिलाफ जंग में कारपोरेट सेक्टर से सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के निस्तारण में मदद मांगी है। देश में मौजूदा समय में प्रतिदिन करीब 26 हजार टन प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है जो पर्यावरण और जनजीवन के लिए बहुत नुकसानदायक है। खासकर इन्हें खाने से जानवरों की मौत हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबी और कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में सभी देशवासियों से हिस्सा लेने की अपील की है। यह अभियान सितंबर में पूरे देश में चलाया जाएगा। संतुलित व पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की जरूरत बताते हुए प्रधानमंत्री ने भारतीय संस्कृति में बताई गई अन्न की महिमा का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि महिला और नवजात शिशु समाज की नींव हैं, जिन्हें पोषक तत्वों की कमी के चलते कमजोर होने से बचाने की जरूरत है। नासिक के ह्यमुट्ठी भर धान्यह्ण आंदोलन, जिसमें आंगनबाड़ी सेविकाएं फसल कटाई के समय लोगों से एक मुट्ठी अनाज इकट्ठा करती हैं, का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें अनाज दान करने वाला व्यक्ति एक प्रकार से जागरूक नागरिक और समाज सेवक बन जाता है। भारतीय समाज में प्रचलित अन्नप्राशन संस्कार का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि यह संस्कार पूरे हिंदुस्तान में है। शिशुओं को जब पहली बार अन्न यानी ठोस आहार खिलाया जाता है।
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अपने मुख्यमंत्रित्व काल का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात में 2010 में अन्नप्राशन संस्कार के अवसर पर बच्चों को पूरक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन देने पर विचार किया गया। कई अन्य राज्यों में तिथि भोज अभियान चलाया जाता है। इसी की देखादेखी कई परिवार अपनी खुशी बांटने के लिए स्कूलों और आंगनबाड़ी जैसी संस्थाओं में पोषक तत्वों वाला भोजन वितरित करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुपोषण की चुनौती से निपटने के लिए राशन प्रणाली के तहत वितरित किए जाने वाले चावल के फोर्टिफिकेशनकी योजना सितंबर से पूरे देश में लागू होगी। इसकी प्रायोगिक परियोजना जहां पहले कुछ सीमित जिलों में ही चलाई जानी थी, उसका अब विस्तार कर दिया गया है। पिछले दिनों राज्यों के खाद्य मंत्रियों के सम्मेलन में इस योजना को मंजूरी मिल गई है। इसके लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलनी बाकी है। इसके तहत चावल पर सूक्ष्म आवश्यक पोषक तत्वों की परत चढ़ा दी जाएगी। यह काम धान से चावल तैयार करते समय ही कर लिया जाएगा। राशन फोर्टिफिकेशन प्रोग्राम को स्कूलों में चलाए जा रहे मिड डे मील में लागू किए जाने की योजना है। चावल में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 मिलाया जाएगा। ऐसा करने में प्रति किलो चावल पर 60 पैसे की लागत आएगी, जिसे सरकार उठाएगी।
डिस्कवरी चैनल के अपने कार्यक्रम की दी जानकारी : पीएम मोदी ने डिस्कवरी चैनल पर हाल ही में दिखाए गए मैन वर्सेज वाइल्ड एपीसोड की भी चर्चा की। बताया कि इस शो के प्रसारण के बाद कुछ लोग संकोच के साथ यह बात पूछ रहे थे कि मोदी जी आप हिंदी में बोल रहे थे और बेयर हिंदी जानते नहीं है तो फिर इतना तेजी से कैसे संवाद होता था। क्या इसके लिए बार-बार शूटिंग की गई, लेकिन मैं इस रहस्य को खोल ही देता हूं। हकीकत यह है कि बेयर ग्रिल्स के साथ बातचीत में तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया गया। मैं कुछ भी बोलता था तो वह तुरंत अंग्रेजी में अनुवाद होता था। इसके लिए बेयर के कान में एक छोटा-सा कार्डलेस उपकरण लगा हुआ था।
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