लॉकडाउन खुलने की तैयारी, एप से स्टाफ की निगरानी

Apr 29, 2020

लॉकडाउन खुलने की तैयारी, एप से स्टाफ की निगरानी

कोरोना काल में कंपनियां नए तौर-तरीकों के साथ उत्पादन करने की तैयारी में जुट गई हैं। इन तैयारियों में अपने स्टाफ को कोरोना वायरस से बचाकर रखना उनकी प्राथमिकता में है। यही वजह है कि बड़ी कंपनियां अपने सभी स्टाफ की सेहत पर अभी से पूरी नजर रख रही हैं। इस काम के लिए वे आंतरिक रूप से विकसित एप का सहारा ले रही हैं।

कंपनियां स्टाफ के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की भी पूरी जानकारी ले रही हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, लॉकडाउन खुलने के बाद सरकार की तरफ से अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी रखने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के आठ लाख कर्मचारी इन दिनों कंपनी की तरफ से विकसित एप के जरिये अपनी सेहत की जानकारी अपने एचआर से साझा कर रहे हैं। इस एप का नाम कोविड-19 सिंपटम चेकर है। इस एप पर स्टाफ अपनी पूरी जानकारी भरते हैं। सुबह नौ से 11 बजे के बीच उन्हें यह जानकारी देनी होती है।

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के स्टाफ भी सुबह शाम कंपनी द्वारा तैयार एप पर सुबह सात से नौ बजे के बीच सेहत की जानकारी देते हैं। इन कंपनियों के स्टाफ अभी घर से काम कर रहे हैं। एप पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी नहीं देने पर उन्हें अपने प्रबंधकों के कॉल आ जाते हैं। रिलायंस और मारुति की तरह कई बड़ी कॉरपोरेट कंपनियां इस तरह का कदम उठा रही हैं। इन कंपनियों के स्टाफ के मुताबिक इस प्रकार की जानकारी साझा करने से प्रबंधकों को पता होता है कि किस स्टाफ को बुलाया जाना चाहिए और किसे छुट्टी पर भेजा जाना चाहिए। स्टाफ की तरफ से झूठी जानकारी दिए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में अपने सभी स्टाफ की सेहत पर नजर रखना अनिवार्य हो जाएगा, अन्यथा कंपनियां कई तरह की दिक्कत में आ सकती हैं।

एक बीमार कर्मचारी के आने से कई कर्मचारी बीमार हो जाएंगे और उत्पादन प्रभावित हो जाएगा। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रलय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि किसी कर्मचारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर पूरी कंपनी को नहीं सिर्फ संदिग्ध स्थानों को 48 घंटे तक सैनिटाइज कर फिर से खोल दिया जाएगा।

कंपनियां अपने स्तर पर एप बनाकर रख रहीं कर्मियों की सेहत पर नजर, कर्मचारियों को रोजाना एप के जरिये अपने एचआर को देनी होती है जानकारी कैंटीन से लेकर बैठने तक की जगह में कंपनियां कर रहीं बदलाव

बड़ी कंपनियों ने बताया कि सरकार की तरफ से 20 अप्रैल से उत्पादन की जो छूट दी गई है, उसमें उत्पादन शुरू नहीं करके पूरे प्लांट और ऑफिस में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। ऑफिस में कम से कम दो गज की दूरी पर बैठने के इंतजाम किए जा रहे हैं। कैंटीन में भी ऐसी ही व्यवस्था की जा रही है। मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट में अगर चार लोगों को साथ काम करना जरूरी होगा, तो वे चारों पूरी सुरक्षा (पीपीई जैसी) के साथ काम करेंगे।

फीचर फोन के लिए भी आएगा आरोग्य सेतु एप

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व आइटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को बताया कि जल्द ही फीचर फोन के लिए भी सरकार आरोग्य सेतु जैसा एप लांच करेगी। कोरोना से बचने के उपाय में अहम भूमिका निभाने वाले आरोग्य सेतु एप को अभी सिर्फ स्मार्टफोन में ही डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्यों की मांग पर आरोग्य सेतु एप राज्यों में जिलाधिकारियों तक ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा।

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