उद्योगों को बढ़ावा
उद्योगों को बढ़ावा
-उद्योग विहार (जुलाई 2019)- प्रदेश सरकार उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिस तरह संकल्पबद्ध दिख रही, वह उत्तर प्रदेश को सचमुच उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में अहम कदम माना जासकता है। यह अच्छी खबर है कि सरकार फरवरी में दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित करने की तैयारी में जुटी है जिसमें करीब 65 हजार करोड़ रुपये लागत वाली 200 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास प्रस्तावित है।
दरअसल, किसी भी राज्य का वास्तविक विकास वहां के औद्योगिक विकास में ही परिलक्षित होता है। यदि कोई सरकार दावा करती है कि उसके राज्य में कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति, परिवहन सुविधाओं और सरकारी कार्यप्रणाली की पारदर्शिता को लेकर आदर्श परिस्थितियां हैं तो यह देखा जाना लाजिमी है कि उस राज्य में औद्योगिक निवेश की क्या स्थिति है। यदि निवेश अपेक्षानुसार नहीं है तो विकास के दावों पर प्रश्नचिह्न् लगना स्वाभाविक है। इस कसौटी पर उत्तर प्रदेश की हालत दो दशक से चिंताजनक थी क्योंकि सपा और बसपा सरकारों के शासनकाल में तमाम कवायद के बावजूद निवेशकों को यह भरोसा नहीं दिलाया जा सका कि वे प्रदेश में लाभ की उम्मीद के साथ निवेश कर सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी ने करीब सवा दो साल पहले प्रदेश की कमान संभालते ही औद्योगिक माहौल बेहतर बनाने के प्रयास किए, जिनका असर दिख रहा है। योगी सरकार ने पिछले साल फरवरी में आयोजित इंवेस्टर्स समिट में कई कंपनियों के साथ करीब सवा चार लाख करोड़ रुपये निवेश के एमओयू हस्ताक्षर किए। इसके आधार पर पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 81 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इनमें 29 इकाइयों में बाकायदा उत्पादन भी शुरू हो चुका है।
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