सीएमओ बताएं, पेयजल में क्या प्रदूषक तत्व

May 24, 2019

सीएमओ बताएं, पेयजल में क्या प्रदूषक तत्व

-उद्योग विहार (जून 2019)- गाजियाबाद।
इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज एसयू खान की अध्यक्षता में अनुश्रवण समिति दोआब की बैठक आयोजित की गई। इसमें मुजफ्फरनगर व गाजियाबाद के सीएमओ को पूर्व जज ने निर्देश दिया कि प्रभावी क्षेत्रों के पेयजल में प्रदूषणकारी हैवी मैटल की जांच कराएं, ताकि बीमारी का कारण, जांच व इलाज संभव हो सके। उन्होंने निर्देश दिया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग प्रभावित गांव में कार्यक्रम तैयार कर उसका प्रचार प्रसार के बाद शिविर आयोजित कराएं। शिविर लगाने की सूचना 25 मई तक समाचार पत्रों में प्रकाशित कराया जाए। भूजल के प्रदूषणों से प्रभावित व्यक्तियों की जांच पैथोलोजिकल टेस्ट कराएं। इसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना से वित्त पोषित किए जाने के प्रस्ताव रखे जाएं। जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि दूषित भूजल प्रभावित 148 गांव में 9915 हैंडपंप स्थापित हैं। 8782 हैंडपंपों के जल की गुणवत्ता की जांच की गयी, इसमें 1088 हैंडपंपों का पानी दूषित पाया गया था, जिसमें से 866 हैंडपंप उखाड़ दिए गए हैं। 41 गांवों में पाइप से पानी की आपूर्ति की जाती है। समिति ने पाया कि मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ, नोएडा व गाजियाबाद जिलों के उद्योगों का पानी नदियों का पानी दूषित कर रहा है।

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उन्होंने कहा कि एनजीटी के आदेशों का जो उद्योग पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इन जिलों से आए अधिकारियों ने बताया कि 124 उद्योगों को मानक के अनुरूप न पाए जाने पर चेतावनी के लिए 28 नोटिस जारी किये जा चुके हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाली 69 औद्योगिक इकाइयों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्रदूषण फैलाने में शुगर मिल, डिस्टलरीज, पेपर मिल व बूचड़खाने हैं। यह इकाइयां भूमि गत जल को प्रदूषित कर रही हैं। सीपीसीवी, यूपीपीसीवी व जल निगम द्वारा एक कमेटी बनायी गयी है। जो उद्योगों का संयुक्त सर्वे कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित कर रही है। पूर्व जज ने निर्देश दिया कि समिति कार्य योजना के क्रियान्वयन की देखरेख भी करेगी। बैठक में निर्देशित किया गया कि आगामी बैठक में सभी विभाग अनुपालन रिपोर्ट के साथ भाग लेंगे और एनजीटी के दिशा निर्देशों के सभी जिम्मेदार विभाग प्रमुख रूप से जिम्मेदार विभाग, अधिकारी इस समिति में सहायता नहीं कर रहे हैं वह सहयोग करेंगे। बैठक में जिलाधिकारी गाजियाबाद रितु माहेश्वरी, जिलाधिकारी शामली, जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर, सिटी मजिस्ट्रेट नोएडा, अपर जिलाधिकारी नगर गाजियाबाद, मुख्य चिकित्साधिकारी गाजियाबाद व मुजफ्फरनगर, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी, यूपीएसआइडीसी के अधिकारी, जल निगम के अधिकारी समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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