Explainer : भारतीयों के बायकॉट का मालदीव पर दिखा असर, हर दिन 8.64 करोड़ का होने लगा नुकसान

Jan 11, 2024

मालदीव ने यह बात स्वीकार की है कि भारतीयों के बॉयकॉट की वजह से उसके देश के 44 हजार परिवारों पर संकट आ गया है. भारतीयों की नाराजगी के कारण उसकी टूरिज्म इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षदीप पर फोटो शूट कराने और उसकी तुलना मावदीव से करने पर मालदीव के मंत्रियों ने पीएम का मजाक उड़ाया था. इसके बाद भारत की तमाम बड़ी सेलिब्रिटी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों ने इसका विरोध जताया. इसके बाद मालदीव के मंत्रियों को इस्तीफा तक देना पड़ा. भारत और भारतीयों का मजाक उड़ाकर मालदीव आर्थिक में फंस गया है. उसे रोज करीब 9 करोड़ रुपये का घाटा सहना पड़ रहा है.  
 
मालदीव के विरोध के बाद अब भारतीयों मालदीव जाने का बहिष्कार कर दिया है. इसके बाद मालदीव नए आर्थिक संकट में फंसता नजर आ रहा है. उसे रोज करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है. मालदीव ने भी खुद कहा है कि बॉयकॉट की वजह से उसके देश के 44 हजार परिवारों पर संकट आ गया है. भारतीयों की नाराजगी के कारण उसकी टूरिज्म इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई है.

मालदीव पर बॉयकॉट का असर दिखने लगा है. मालदीव को भारत के बॉयकॉट से हर दिन करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है. जिस देश का रेवेन्यू ही टूरिस्ट और टूरिज्म से आ रहा हो उसकी हालत खराब होना जाहिर है. हालात संभालने के लिए मालदीव ने अपने यहां घूमने का खर्चा भी आधा कर दिया है, फिर भी भारतीय वहां जाने के लिए तैयार नहीं हैं.

मालदीव का दृश्य.

मालदीव का दृश्य.

 

44 हजार परिवारों पर संकट

इस विवाद से पहले तक मालदीव भारतीयों का पसंदीदा पर्यटन स्थल था, लेकिन भारतीयों के बॉयकॉट की वजह से मालदीव ने खुद कहा है कि उसके 44,000 परिवारों पर अब संकट आ गया है. भारतीयों की नाराजगी के कारण उसकी टूरिज्म इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई है. ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल पर भी लोगों ने मालदीव में घूमने के ऑप्शन तलाशने बंद कर दिए हैं. इसके बजाए लक्षद्वीप की सर्च 34 गुना से भी ज्यादा बढ़ गई है.

रोज हो रहा 8.6 करोड़ रुपये का नुकसान

मालदीव को इस विवाद के बाद रोजाना 8.6 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है.

2023 में दुनिया घूमने के मामले में भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ी है और 2030 तक भारत चौथे पायदान पर पहुंच सकता है. बीते साल सिर्फ मालदीव में भारतीयों ने 38 करोड़ डॉलर (करीब 3,152 करोड़ रुपये) खर्च किए थे. इसका मतलब है कि अगर भारतीयों ने वहां जाना बंद कर दिया तो मालदीव को रोजना 8.6 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है.

फ्लाइट्स भी हो गईं सस्ती

मालदीव के लिए भारत से फ्लाइट का किराया भी कम हो गया है. पहले जो किराया 20 हजार रुपये एक तरफ का था, अब वह गिरकर 12 से 15 हजार हो गया है. MakeMyTrip की वेबसाइट पर तो दिल्ली से मालदीव का किराया सिर्फ 8,215 रुपये दिख रहा, वो भी 17 जनवरी को. इसी डेट में अगर आप दिल्ली चेन्नई का किराया देखें तो 8,245 रुपये दिख रहा है.

2 लाख से अधिक भारतीय हर साल मालदीव जाते हैं

मालदीव के पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 2023 में लगभग 18 लाख लोगों ने द्वीप समूह का दौरा किया. इसमें 2,09,198 लाख भारतीय थे. मालदीव के टूरिज्म का कुल 11.1% आमदनी भारतीय पर्यटकों से होती है. 
 इसके बाद रूसी (2,09,146), चीनी (1,87,118), अंग्रेजी (1, 55,730) और जर्मन (1,35,090) लोग शामिल हैं.