Lok Sabha Elections 2024: NDA में शामिल होगी MNS, JP नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंचे राज ठाकरे?

Mar 19, 2024

Lok Sabha Elections 2024: महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं. यहां एनडीए में शामिल रही शिवसेना अब उससे अलग हो गई है. शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट में बंटी हुई है. एनडीए में शिंदे गुट मौजूद है.

Lok Sabha  Elections 2024: राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) एनडीए में शामिल हो सकती है. पार्टी प्रमुख राज ठाकरे सोमवार (18 मार्च) रात दिल्ली पहुंचे. सूत्रों ने बताया है कि एमएनएस ने महाराष्ट्र में दो सीटों की मांग की है. राज ठाकरे दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने वाले हैं. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फड़णवीस भी दिल्ली में मौजूद हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले भी राजधानी में हैं. 

MNS प्रमुख राज ठाकरे ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. इससे सियासत के गिलयारों में चर्चा और गर्म हो गई हैं कि MNS बीजेपी के साथ जा सकती है.

पार्टी ने रखी दो सीटों की मांग

सूत्रों की मानें तो MNS ने जिन दो सीटों की मांग की है, उनमें से एक सीट दक्षिण मुंबई की है, और दूसरी सीट शिरडी की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि राज ठाकरे मंगलवार (19 मार्च) को बीजेपी आलाकमान से मुलाकात करने वाले हैं, जहां वह इन दो सीटों की मांग कर सकते हैं. इसके अलावा मनसे को आधिकारिक तौर पर NDA में शामिल करने का भी ऐलान किया जा सकता है. पिछले कई हफ्तों से बीजेपी और MNS नेता एक साथ नजर आ रहे हैं.

नेताओं की मुलाकातों से बढ़ गई थी चर्चा

MNS और बीजेपी को लेकर बहुत पहले से ही ये खबरें सामने आ रही थी कि ये दोनों पार्टियां हाथ मिला सकती हैं. इसकी चर्चा तब शुरू हुई जब दोनों ही पार्टियों के नेताओं को एक साथ देखा गया. पिछले दिनों बीजेपी प्रमुख आशीष शेलार, फिर देवेन्द्र फड़णवीस ने ठाकरे से मुलाकात की थी. फड़णवीस जब ठाकरे से मिले थे तब ही उन्होंने कहा था कि MNS के बीजेपी में शामिल होने के संकेत दिए थे. 

ठाकरे को खुला ऑफर

रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में शरद पवार गुट के नेता और विधायक रोहित पवार ने MNS चीफ राज ठाकरे को खुला ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि '' राज ठाकरे एक बड़े लीडर हैं. वो थोड़ा इस बारे में सोच लें. उन्होंने कहा कि ''BJP को आज उकी जरूरत है, इसलिए वो सब को अहमियत भी दे रहे हैं. जब जरूरत नहीं होती, तब किसी को नहीं पूछा जाता है. इसके आगे उन्होंने ठाकरे से इस ऑफर के बारे में सोचने को कहा है. 

आपकी राय !

हमारे राज्य में औद्योगिक मजदूरों के हित में क्या कानून है

मौसम