केजरीवाल से किया सवाल, CBI से मांगा जवाब; पूरे केस में जज पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?
Delhi Liquor Policy Scam Case: शराब नीति घोटाला केस दिल्ली की मुख्यमंत्री की जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत ने केजरीवाल से सवाल किया कि आप सीधे यहां क्यों आए. वहीं CBI से भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा. इस बीच 150 वकीलों ने हाईकोर्ट के जज पर सवाल उठाते हुए CJI को पत्र लिखा है. आइये जानें जमानत याचिका के बीच ये सवाल क्यों उठ रहे हैं?
Delhi Liquor Policy Scam Case: ED के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को CBI ने जेल से ही गिरफ्तार कर लिया. इसपर हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई गई. आज कोर्ट में इसे लेकर सुनवाई हुई. दोनों पक्षों को सुनने के बाद सुनवाई की अगली तारीख 17 जुलाई दे दी गई. हालांकि, इससे पहले अदालत ने केजरीवाल के वकील से सवाल किया कि आप जमानत के लिए सीधे यहां क्यों आए हैं. वहीं CBI से भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया. इस बीच जज पर भी सवाल उठने लगे हैं. 150 वकीलों ने CJI को इस संबंध में पत्र लिखा है.
बता दें केजरीवाल को शराब नीति मामले में ED ने PMLA के तहत गिरफ्तार किया था. 20 जून को ट्रायल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी, लेकिन उसके बाद 25 जून को हाई कोर्ट ने इस आदेश पर रोक लगा दी थी. न्यायिक हिरासत के दौरान 26 जून को सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था.
केजरीवाल से सवाल, CBI को नोटिस
मामले में आज हुई सुनवाई के दौरान केजरीवाल की ओर से सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए. उन्होंने कोर्ट से कहा कि वे (अरविंद केजरीवाल) कोई अपराधी या आतंकवादी नहीं है. CBI इस मामले में 2 साल बाद गिरफ्तारी कर रही है. इससे पहले 2023 में उनसे 9 घंटे पूछताछ गई थी. इसपर कोर्ट ने CBI को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. वहीं केजरीवाल के वकील से सवाल किया की आप जमानत के लिए सीधे यहां क्यों आए. ट्रायल कोर्ट भी जा सकते थे.
जज पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?
दिल्ली के मुख्यमंत्री को जमानत न मिलने पर वकीलों ने भी चिंता जताई है. 150 से अधिक वकीलों ने CJI को पत्र लिखा है. गुरुवार को भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ को भेज पत्र ने वकीलों ने सुनवाई कर रहे जज पर भी सवाल उठाए हैं. वकीलों ने कहा कि सुनवाई कर रहे जज, ईडी और सीबीआई के मामलों में सुनवाई कर रहे जज अंतिम निपटारा करने की जगह मामले को खींच रहे हैं. इसमें कहा गया कि जमानत पर रोक लगाने वाले जस्टिस सुधीर कुमार जैन को इससे अलग कर लेना चाहिए. क्योंकि उनके सगे भाई ईडी के वकील हैं