संसद सत्र के बीच किन सांसदों ने नहीं ली शपथ, जानें क्या रही वजह?

Jun 24, 2024

Lok Sabha session: पीएम के अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत मोदी कैबिनेट के मंत्रियों ने भी शपथ ली. इस दौरान  कांग्रेस सदस्य के सुरेश, डीएमके नेता केटी बालू और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने शपथ नहीं ली.

Lok Sabha session: संसद के निचले सदन का पहला सत्र आज यानि सोमवार को शुरू हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है. ऐसे में पीएम के अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत मोदी कैबिनेट के मंत्रियों ने भी शपथ ली. इस दौरान  कांग्रेस सदस्य के सुरेश, डीएमके नेता केटी बालू और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने शपथ नहीं ली. इन सभी सांसदों ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में भर्तृहरि महताब के निर्वाचन पर आपत्ति जताई है. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी के बाद राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते ने सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की. दोनों सदस्य अगले दो दिन सदन की कार्यवाही के संचालन में प्रोटेम स्पीकर महताब की सहायता करेंगे. इसके अलावा के सुरेश, केटी बालू और टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भी राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ सभापतियों के पैनल में चुना गया है लेकिन उन्होंने शपथ नहीं ली. 

कांग्रेस इस वजह से है नाराज 

कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल प्रोटेम स्पीकर के रूप में महताब के निर्वाचन पर सवाल खड़े कर रहे हैं. विपक्षी दलों का कहना है कि इस पद पर निर्वाचन के लिए उसके आठ बार के सदस्य सुरेश को  नजरअंदाज किया गया है. इंडिया गठबंधन का कहना है कि सुरेश, बालू और बंदोपाध्याय विरोध स्वरूप पैनल में शामिल नहीं होंगे. वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रोटेम स्पीकर महताब ने कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी के वायनाड संसदीय क्षेत्र से इस्तीफे को 18 जून के प्रभाव से स्वीकार किए जाने की जानकारी दी

 

 

सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी सांसद ने निकाला मार्च 

सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी सांसद सदन में संविधान की कॉपी लेकर पहुंचे. विपक्षी सांसदों ने सदन के बाहर मार्च भी किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में बिना घोषणा के आपातकाल लगा हुआ है. लोकतांत्रिक परंपराएं खत्म की जा रही हैं.

उन्होंने कहा कि संविधान को बचाने के लिए हमने जो कोशिश की थी उसमें जनता हमारे साथ है लेकिन मोदी जी ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की. इसलिए आज हम यहां एकत्रित होकर विरोध कर रहे हैं. यहां पर गांधी जी की प्रतिमा थी और हम यहीं पर विरोध कर रहे हैं. हर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ा जा रहा है इसलिए हम बता रहे हैं कि मोदी जी आज संविधान के तहत चलिए.

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